यूईएफए चैम्पियंस लीग का फाइनल बायर्न म्यूनिख और पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) के बीच शुरू हो गया है। पहले हाफ में कोई टीम गोल नहीं कर सकी। इस दौरान पीएसजी के नेमार 2 और किलियन एम्बाप्पे ने 1 बार गोल का मौका गंवाया। वहीं, बायर्न के लेवनडॉस्की भी दो बार गोल से चूक गए।
जर्मनी का क्लब बायर्न 5 बार यह खिताब जीत चुका है, जबकि पीएसजी 50 साल में पहली बार फाइनल खेल रहा है। मैच में शुरुआती मिनट से ही रोमांच बरकरार है। तीसरे मिनट में बायर्न के किमिक फ्री किक पर गोल करने से चूक गए।
28वें मिनट में बायर्न के अल्फोंसो को येलो कार्ड मिला
- 31वें मिनट में बायर्न के रॉबर्ट लेवनडॉस्की ने हेडर किया, लेकिन गोल पोस्ट के पास थिएगो डी सिल्वा ने शॉट को नाकाम कर दिया।
- 28वें मिनट में बायर्न के अल्फोंसो डेविस को येलो कार्ड मिला। इसके बाद पेनल्टी को पीएसजी टीम गोल में नहीं बदल सकी। इससे पहले बायर्न के जेरोम बोटेक चोटिल होने के बाद 24वें मिनट में बाहर हो गए। उनकी जगह निक्लस सूले को सब्सटिट्यूट के तौर पर अंदर बुलाया गया।
- 21वें मिनट में बायर्न के रॉबर्ट लेवनडॉस्की गोल से चूक गए। उनके शॉट पर बॉल गोल पोस्ट के खंबे से लगकर बाहर की ओर निकल गई। पीएसजी के डी मारिया ने दाएं पैर से तेज शॉट मारा, लेकिन बॉल गोल पोस्ट से चूक गई।
- 17वें मिनट में पीएसजी के नेमार ने बॉल को गोल की ओर तेजी से भेजा, लेकिन बायर्न के गोलकीपर ने आगे आकर रोक दिया। मैच में नेमार यह दूसरी बार गोल करने से चूक गए। वे अपनी टीम को पहली बार खिताब जिताने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
दोनों टीमों के पास ट्रेबल का मौका
अगर पीएसजी चैम्पियंस लीग जीत जाती है, तो इस दशक में ट्रेबल (दो घरेलू और चैम्पियंस लीग जीतने वाली टीम) पूरा करने वाली तीसरी टीम हो जाएगी। इससे पहले, बार्सिलोना ने 2014-15 में ट्रेबल पूरा किया था। इससे पहले बायर्न ने भी 2012-13 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
पीएसजी टीम: नेमार, किलियन एम्बाप्पे, केयलर नवास, प्रेसनेल किम्पेंबे, थिएगो सिल्वा, जुआन बर्नेट, थिलो केहरेर, मर्क्युनहोस, लिएंद्रो परेडेस, एंडेर हरेरा और एंजल डी मारिया।
बायर्न म्यूनिख टीम: रोबर्ट लेवनडॉस्की, मेनुइल न्योर, जेरोमे बॉटेंग, अल्फोंसो डेविस, जोसुआ किमिच, थॉमस मुलेर, थिएगो, लॉन गोरेत्जका, किंग्सली कोमन और सेर्गे ग्नाब्री।
बार्सिलोना ने 2 बार ट्रेबल पूरा किया है
बार्सिलोना ने इससे पहले 2008-09 में भी ट्रेबल पूरा किया था। बार्सिलोना दो बार यह उपलब्धि हासिल करने वाला इकलौता क्लब है। अगर बायर्न फाइनल जीतता है, तो वह भी 2 बार ट्रेबल पूरा करने वाला क्लब बन जाएगा। इसके अलावा मैनचेस्टर यूनाइटेड (1998-99), बायर्न म्यूनिख (2012-13), इंटर मिलान (2009-10), सेल्टिक (1966-67), एएफसी अजाक्स (1971-72) और पीएसवी ईंधोवेन (1987-88) भी ट्रेबल कर चुके हैं।
ट्रेबल किसे कहते हैं
एक सीजन में अगर कोई क्लब घरेलू लीग और कप के साथ चैम्पियंस लीग का खिताब जीतने में कामयाब रहता है, तो इसे ट्रेबल कहते हैं। यानी एक ही सीजन में तीन बड़े खिताब जीतने का रिकॉर्ड। इस लिहाज से यह क्लब फुटबॉल में बड़ी उपलब्धि होती है। क्योंकि एक सीजन में घरेलू लीग और घरेलू कप के साथ यूरोप की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग का खिताब जीतना आसान नहीं होता है।
पीएसजी 16 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब
पीएसजी 16 साल बाद चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब है। पिछली बार एएस मोनाको ने 2003-04 सीजन में यह उपलब्धि हासिल की थी, लेकिन वह खिताब जीतने से चूक गया था।
तब फाइनल में एफसी पोर्टो ने उसे 3-0 से हराया था। अब तक सिर्फ एक ही फ्रेंच क्लब चैम्पियंस लीग का खिताब जीता है। 1992-93 सीजन में मार्सेल ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में एसी मिलान को हराया था। मार्सेल दो बार फाइनल खेला है।
पीएसजी 110 मैच खेलने के बाद फाइनल में पहुंचा
पीएसजी ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे ज्यादा 110 मैच खेले हैं। इससे पहले आर्सेनल ने 90 मैच के बाद 2006 में फाइनल खेला था। पीएसजी फाइनल में पहुंचने वाली फ्रांस की 5वीं टीम है। सबसे ज्यादा इंग्लैंड के 8, जर्मनी और इटली के 6-6 क्लब ऐसा कर चुके हैं।
यूईएफए चैम्पियंस लीग के फाइनल में फ्रेंच क्लब का प्रदर्शन
क्लब | साल | नतीजा |
स्टेड डे रेम्स | 1958-59 | रियाल मैड्रिड ने हराया |
सेंट एटिने | 1975-76 | बायर्न म्यूनिख से हारा |
मार्सेल | 1990-91 | रेड स्टार बेलग्रेड ने शिकस्त दी |
मार्सेल | 1992-93 | एसी मिलान को मात दी |
एएस मोनाको | 2003-04 | एफसी पोर्टो से हारा |
पीएसजी | 2019-20 | मैच खेला जाना है |
बायर्न 11वीं बार चैम्पियंस लीग का फाइनल खेल रही
बार्यन म्यूनिख 11वीं बार चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचा है। लीग के इतिहास में रियाल मैड्रिड ने सबसे ज्यादा 16 फाइनल खेले हैं और 13 बार खिताब जीता है। बायर्न म्यूनिख ने पिछला खिताब 2013 में जीता था। तब उसने जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड को फाइनल में हराया था। अब तक यह जर्मन क्लब पांच खिताब जीत चुका है।
बायर्न म्यूनिख के पास सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड बनाने का मौका
इधर, यूईएफए रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद बार्यन ने इस सीजन में सभी 10 मैच जीते हैं और सबसे ज्यादा 42 गोल किए। म्यूनिख के खिलाफ दूसरी टीमें सिर्फ 8 गोल ही कर पाईं हैं। बायर्न अपने सभी 6 मैच जीतकर ग्रुप-बी की विनर था। इसने प्री-क्वार्टर फाइनल में 7-1 के एग्रीगेट के आधार पर चेल्सी को शिकस्त दी। क्वार्टर फाइनल में बार्सिलोना को 8-2 से हराया। वहीं, सेमीफाइनल में लियोन को मात देकर रिकॉर्ड 11वीं बार फाइनल में जगह पक्की की।
अगर पीएसजी के खिलाफ फाइनल में बायर्न 3 गोल करता है, तो एक सीजन में सबसे ज्यादा 45 गोल करने के बार्सिलोना के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगा। बार्सिलोना ने 1999-2000 सीजन में 45, रियाल मैड्रिड ने 2013-14 में 41 और 2017-18 में लिवरपूल ने भी इतने ही गोल किए थे।
लेवनडॉस्की एक सीजन में 15 गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी
बायर्न के रॉबर्ट लेवनडॉस्की किसी एक सीजन में 15 या उससे ज्यादा गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सबसे ज्यादा 17 गोल 2013-14 में, 2015-16 में 16 और 2017-18 में 15 गोल किए हैं। नाबरी भी इस सीजन में गोल करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 9 गोल किए हैं। इसमें सेमीफाइनल में लियोन के खिलाफ उनके 2 गोल भी हैं।