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मोदी ने पहली चुनावी रैली में कहा- जामिया और शाहीन बाग में प्रदर्शन संयोग नहीं, इसके पीछे भाईचारे को खंडित करने का इरादा

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नई दिल्ली.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेसोमवार को दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित सीबीडी ग्राउंड में हुई चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने केजरी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- दिल्ली की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना नहीं लागू होने दी। ये लोग सोचते हैं कि दिल्ली में बिहारी आता है और लाखों का इलाज करवा कर चला जाता है। पूर्वांचल के लोगों को लेकर यही इनकी सोच है। पूर्वांचल के लोगों के लिए ऐसी दुर्भावना पर दर्द होता है।

मोदी ने कहा- कुछ लोग राजनीति बदलने आए थे, उनका नकाब बदल चुका है। उनका असली मकसद उजागर हो गया है। सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त इसी दिल्ली में देश की सेना, हमारे वीर जवानों को कठघरे में खड़ा करने वाले लोग आए थे। ये लोग शक कर रहे थे कि आतंकियों को मारा भी कि नहीं। देश की सेना पर शक करने वाली दिल्ली कभी दिल्लीवासियों ने चाही थी क्या?

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को द्वारका में दूसरी रैली को संबोधित करेंगे।इस बार मोदी की दिल्ली मेंकेवल 2 चुनावी सभाएं ही रखी गई हैं। दिल्ली की 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होगा। नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।

मोदी ने कहा- लोगों के वोट ने देश बदलने में मदद की

  • ‘सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग बीते कई दिनों से सीएए को लेकर प्रदर्शन हुए। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं। नहीं, ये संयोग नहीं, ये प्रयोग हैं। इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजाइन है, जो राष्ट्र के सौहाद्र को खंडित करने का इरादा रखता है। आप और कांग्रेस राजनीति का खेल खेल रहे हैं। संविधान और तिरंगा सामने रखकर ज्ञान बांटा जा रहा है और मुख्य मुद्दों से ध्यान बंटाया जा रहा है।’
  • ‘एक वक्त था कि आए दिन दिल्ली में बम धमाकों में लोग मारे जाते थे। देश के जवानों और पुलिस की सतर्कता के चलते यह हमले रुके। जब दिल्ली पुलिस ने हमलों के गुनहगारों को बाटला हाउस में मार गिराया तो दिल्ली पुिलस के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाले यही लोग थे। यही लोग थे जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वालों को बचाने की इच्छा रखते हैं।’
  • ‘दिल्ली में चुनाव की घोषणा के बाद मेरी पहली जनसभा है। दिल्ली के लोगों का मन क्या है, यह बताने की जरूरत नहीं है…साफ दिखाई दे रहा है। लोकसभा के चुनाव में दिल्ली के लोगों के एक-एक वोट ने भाजपा की ताकत बढ़ाई। सातों की सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने तब भी बता दिया था कि वे किस दिशा में सोच रहे हैं।’

  • ‘दिल्ली के लोगों के वोट ने देश बदलने में मदद की है। अब दिल्ली के लोगों का वोट दिल्ली को भी बदलेगा, आधुनिक और सुरक्षित बनाएगा। यहां रहने वालों का जीवन और आसान बनाएगा। दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं है, बल्कि दिल्ली हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। यह भारत के भिन्न-भिन्न रंगों को एक जगह समेटे हुए है। ये दिल्ली सबका सत्कार करती है, सबको स्वीकार करती है।’
  • यह चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है। उन्होंने कहा- 8 फरवरी को पड़ने वाला वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं, इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए होगा।

  • ‘बंटवारे के बाद जो लोग यहां आए,हर हिंदुस्तानी को दिल्ली ने दिल में जगह दी। दिल्ली के विकास में हर दिल्लीवासी के पसीने की महक है। यह चुनाव दिल्ली के इसी गौरव को 21वीं सदी की पहचान और शान देने का संकल्प है। 21वीं सदी का भारत नफरत की राजनीति से नहीं, विकास की राष्ट्रनीति से चलेगा। विकास की यही राष्ट्रनीति देश को गति भी देगी और देश को नई ऊंचाई पर भी ले जाएगी।’
  • प्रधानमंत्री ने कहा- हमारे लिए देश का हित बड़ा है, हमारे संकल्प बड़े हैं। देश के सामने जो दशकों पुरानी चुनौतियां थीं, उसे हम सुलझा रहे हैं और दूर कर रहे हैं। यहां दिल्ली में भी एक बहुत बड़ी समस्या थी, अवैध कॉलोनियों की। आजादी के बाद से ही किसी न किसी रूप में यह मामला लटका हुआ था। वोट के लिए वादे किए जाते थे, तारीख दी जाती थी, लेकिन समस्या को सुलझाता कोई नहीं था।’
  • ‘दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों को चिंता से हमारी सरकार ने मुक्त किया। ये लोग अब अपने घर का सपना सच होते देख रहे हैं। यह दिल्ली के लोगों से भाजपा का वादा था, हमने वादा निभाया और पूरा करके दिखाया। संसद से सीधे कानून बनाकर केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली को यह अधिकार दे दिया है।’
  • ‘अब आपको सरकारी बुलडोजर की चिंता से भी मुक्ति मिल चुकी है और गरिमापूर्ण जीवन का अधिकार भी मिला है।मोदी ने कहा- जहां झुग्गी है, वहां पक्का घर भी मिलेगा। ऐसे परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेजी से काम किया जाएगा, ऐसा घर जिसमें शौचालय, बिजली, गैस कनेक्शन, नल और नल में जल होगा, जल भी शुद्ध होगा।’
  • ‘2022 तक हर गरीब को उसका घर देने का हमारा जो सपना है, यह उसी का हिस्सा है। 2 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और 2 करोड़ घर हमारी सरकार बनाने जा रही है। दुनिया के लोग जब 2 करोड़ सुनते हैं तो चौंक जाते हैं। उनके देश की कुल जनसंख्या से ज्यादा घर हमने बना दिए हैं।’
  • “एक दर्द बताना चाहता हूं कि दिल्ली की सरकार बेघरों को घर नहीं देना चाहती। दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास योजना लागू नहीं हो पा रही है। यहां बैठी सरकार की वजह से इस दिल्ली में योजना के तहत एक भी घर नहीं बन पाया। जब तक ये लोग बैठे रहेंगे तब तक दिल्ली में लोगों की भलाई के काम वे रोकते रहेंगे। रुकावट डालेंगे, रोड़े अटकाएंगे। ये लोग राजनीति के सिवा कुछ जानते ही नहीं हैं।’’
  • मोदी ने कहा- 20 साल तक बहुत बर्बादी देखी। अब एक ही रास्ता बचा है इसलिए दिल्ली में भाजपा का आना जरूरी है। दिल्ली में जब भाजपा सरकार बनेगी तो देशभर में बेघरों को घर देने का काम दिल्ली में भी हम कर पाएंगे।
  • ‘विपक्ष को मुझसे शिकायत है कि मोदीजी इतनी जल्दी क्या है, इतनी तेजी से काम क्यों कर रहे हो, जरा धीरे-धीरे चलो, थोड़ा आराम करो। इतनी तेजी से एक के बाद एक बड़े फैसले क्यों ले रहे हो? इसकी क्या जरूरत है?
  • ‘साथियों, देश को तेजी से विकास करना है तो उसे दशकों पुरानी समस्याओं और दशकों पुरानी चुनौतियों से मुक्ति पानी होगी। आपने देखा होगा कि दीवाली के वक्त दीवार में रंग लगाना होता है तो पुराना हटाना होता है। पुरानी बुराइयों से मुक्ति पहले लेनी ही होगी। मैं झलक दिखाना चाहता हूं कि काम कैसे होता है और इसे तेज गति से क्यों करना पड़ रहा है। फैसले क्यों लेने पड़ रहे हैं?’
  • ‘अनुच्छेद 370 से मुक्ति 70 साल बाद मिली, राम जन्मभूमि पर फैसला 70 साल बाद आया, करतारपुर साहिब कॉरिडोर 70 साल बाद बना, सीएए से हिंदुओं, सिखों और इसाइयों को नागरिकता का अधिकार 70 साल बाद मिला, शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल 50-60 साल बाद बना। शत्रु संपत्ति कानून 50 साल बाद लागू हुआ। पूर्व सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन का लाभ 40 साल बाद मिला। सिख दंगों के दोषियों को सजा 34 साल बाद मिली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ का गठन 30 साल बाद हुआ। अनगिनत बातें बता सकता हूं।’
  • मोदी ने कहा- ये फैसले पहले भी लिए जा सकते थे, समस्या पहले भी सुलझाई जा सकती थी, लेकिन जब स्वार्थनीति ही राजनीति का आधार हो तो फैसले टलते भी हैं और अटकते भी हैं। आज देश में अटके और लटके विवादों और विषयों का समाधान तो हो ही रहा है, कई फैसले पहली बार लिए गए।

  • ‘पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण का अधिकार मिला, 5 लाख तक की इनकम पर इनकम टैक्स जीरो हो गया, कालेधन की हेराफेरी करने वाली साढ़ेतीन लाख कंपनियों पर ताला लग गया। पहली बार देश के हर किसान के बैंक खाते में सीधी मदद पहुंची, पहली बार किसानों-मजदूरों और छोटे व्यापारियों को पेंशन की सुविधा मिली।’

  • ‘पहली बार देश को लोकपाल भी मिला। वैसे देश के लोगों को तो लोकपाल मिला, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी लोकपाल का इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन, इतनी बड़ी बातें.. इनका क्या हुआ। जब नीयत साफ होती है, तभी फैसले लिए जाते हैं। तभी सही विकास हो पाता है।’

  • ‘21वीं सदी में दिल्ली का विकास और तेज गति से हो, आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर हो, ट्रांसपोर्टेशन-शिक्षा आधुनिक हो, दिल्ली सुरक्षित और समृद्ध हो, यही हमारी प्राथमिकता है। बजट पूरे दशक को दिशा देने वाला है। बजट में युवाओं के रोजगार से जुड़े बड़े रिफॉर्म का ऐलान किया गया। नॉन गैजेटेड सरकारी नौकरियों में अलग-अलग परीक्षाओं से मुक्ति।’

  • ‘केंद्र सरकार की नौकरियों में इंटरव्यू खत्म करने से युवाओं की परेशानी समाप्त होगी। अभी तक सरकार की ग्रुप बी और सी की जितनी भी भर्तियां निकलती हैं, उनके लिए अलग-अलग एग्जाम देने पड़ते हैं। अब एक ही कॉमन ऑनलाइन एग्जाम लिया जाएगा और उसी आधार पर अलग-अलग सेवाओं में जाने का रास्ता मिल जाएगा।’

  • मोदी ने कहा- व्यापारियों की दिक्कतें कम करना भाजपा की सोच रही है। यहां के व्यापारियों को आसानी से लोन मिले, जल्द मिले और कैश फ्लो में दिक्कत न हो। इस बार के बजट में एक और बड़ा निर्णय लिया गया है। अभी तक एक करोड़ टर्नओवर वाले लघु उद्योगों को ऑडिट करवाना पड़ता था, अब इस सीमा को 5 करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है। पहले एक करोड़ तक आपको सीए को पैसा देना पड़ता था, अब 5 करोड़ तक कोई खर्च करने की जरूरत नहीं। ये सरकार का देश के उद्यमियों पर विश्वास का जीता-जागता उदाहरण है।

सभा स्थल पर अमित शाह की तस्वीर नहीं लगाई गई

कड़कड़डूमा की रैली में मंच पर मोदीके साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कीफोटो नजर आईं। सभा स्थल पर अमित शाह की तस्वीर नहीं लगाई गई। राजनीतिक गलियारों में हलचल है कि अगर दिल्ली के नजीते उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए तो हार का ठीकरा नड्डा के सिर फोड़ा जाएगा।

रैली में आए लोगों से बात करने सेमीडिया कोरोका
सभा स्थल पर मीडिया को पब्लिक से बात नहीं करने दी जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था तीन स्तरों पर है। सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि शाम पांच बजे के बाद ही मीडिया पब्लिक से बातचीत कर पाएगी। दरअसल, इस समय के बाद प्रधानमंत्री मोदी सभा स्थल से रवाना हो जाएंगे। इस बार सभा स्थल पर चुनिंदा मुस्लिम ही नजर आ रहे हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दिल्ली चुनाव में यह मेरी पहली रैली।


भाजपा उम्मीदवारों के फोटो।


भाजपा उम्मीदवारों के फोटो।