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बेजोस फोन हैक मामले पर विशेषज्ञों ने कहा- विरोधियों को लगातार निशाना बना रहे प्रिंस सलमान, उनकी जांच जरूरी

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रियाद/न्यूयॉर्क. अमेजन के मालिक जेफ बेजोस के फोन हैक मामले में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचसीआर) ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की जांच की मांग की है। यूएन एक्सपर्ट्स का कहना है कि बेजोस का फोन हैक एक गंभीर मसला है और इसलिए पूरे मामले की तुरंत जांच होनी चाहिए। इसके अलावा विपक्षियों को लगातार निशाना बनाने के लिए प्रिंस सलमान पर भी जांच बैठाने की मांग की गई है।

क्या है बेजोस के फोन हैक होने का मामला?

ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने एक दिन पहले ही सूत्रों के हवाले से दावा किया कि प्रिंस सलमान ने बेजोस का फोन हैक किया। इस पर यूएन एक्सपर्ट्स ने एनालिसिस के जरिए पूरी टाइमलाइन सामने रखी है।

  • 2019 में हुए बेजोस के आईफोन के फॉरेंसिक एनालिसिस के मुताबिक, 1 मई 2018 को बेजोस का फोन एक वायरल वाली एमपी-4 फाइल से हैक हुआ। यह फाइल बेजोस को प्रिंस सलमान के वॉट्सऐप अकाउंट से भेजी गई थी।
  • क्राउन प्रिंस और बेजोस ने हैकिंग से एक महीने पहले ही नंबर एक्सचेंज किए थे। प्रिंस सलमान की फाइल फोन पर डाउनलोड होने के कुछ ही देर के अंदर बेजोस के फोन से काफी बड़ी मात्रा में डेटा निकाल लिया गया।
  • एक्सपर्ट्स ने डेटा एनालिसिस के बाद नया खुलासा किया है। इसके मुताबिक, क्राउन प्रिंस ने बेजोस का निजी डेटा देखने के बाद उन्हें वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा। इसमें उन्होंने बेजोस की निजी और गोपनीय जानकारियों का खुलासा किया।
  • इसके बाद बेजोस की कुछ निजी जानकारी अमेरिकी टैबलॉयड ‘नेशनल इंक्वायरर’ को भेजी गई। इस अखबार ने बेजोस और उनकी गर्लफ्रेंड लॉरेंस सांचेज के प्राइवेट मैसेज लीक किए। बेजोस ने अखबार पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया।
  • इससे एक महीने पहले ही जेफ और उनकी पत्नी मैकेंजी बेजोस ने ऐलान किया था कि वे अपने 25 साल के रिश्ते को तोड़ रहे हैं। उन्होंने बताया था कि वे लंबे समय से अलग रह रहे हैं और जल्द ही तलाक ले लेंगे।

एक्सपर्ट्स के प्रिंस सलमान पर आरोप?
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की अधिकारी मिस कैलामार्ड और मिस्टर काए ने कहा, “हमारे पास जो जानकारी है, इससे लगता है कि बेजोस की जासूसी में क्राउन प्रिंस खुद ही शामिल थे। प्रिंस सलमान सऊदी अरब पर वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्टिंग को चुप कराना नहीं तो कम से कम प्रभावित रखना चाहते थे।”

जेफ बेजोस और प्रिंस सलमान ने 2018 में ही फोन नंबर एक्सचेंज किए थे।

खशोगी की हत्या से जुड़े प्रिंस सलमान के तार

दोनों ने आगे कहा, “नए आरोपों से एक पैटर्न का भी खुलासा होता है कि किस तरह विपक्षियों को निशाना बनाकर उनकी जासूसी हो, जो कि सऊदी अफसरों के लिए कूटनीतिक तौर पर फायदेमंद साबित हो। एक्सपर्ट्स ने बेजोस के फोन हैकिंग मामले को सीधे तौर पर वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि खशोगी का फोन भी उसी वक्त हैक हुआ था, जब बेजोस का फोन हैक हुआ। जमाल खशोगी सऊदी अरब के बड़े आलोचक पत्रकारों में से थे। बेजोस का फोन हैक (1 मई 2018) होने के ठीक 5 महीने बाद 2 अक्टूबर 2018 को उनकी तुर्की स्थित सऊदी दूतावास में हत्या कर दी गई थी।

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यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञों ने बेजोस की फोन हैकिंग के तार वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार खशोगी की हत्या से जोड़े।