खेल डेस्क. इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी को फाइनेंशियल फेयर प्ले (एफएफपी) नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। लिहाजा, उस पर यूरोपियन चैम्पियंस लीग में खेलने पर 2 साल का प्रतिबंध और 232 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) ने शुक्रवार को की। एफएफपी नियम का उद्देश्य सभी क्लब मालिकों को स्पॉन्सरशिप डील के जरिए असीमित धन कमाने से रोकना है।
मैनचेस्टर इस साल यूईएफए में अपना सफर जारी रखेगी। स्पेन के फुटबॉल क्लब रियाल मैड्रिड के साथ सुपर-16 में पहले लेग का मुकाबला होना है। यह मैच 26 फरवरी को स्पेन की राजधानी मैड्रिड के बेर्नाबेऊस्टेडियम में होगा।
मैनचेस्टरजांच में सहयोग में भी नाकाम
यूईएफएकीक्लब फाइनेंशियल कंट्रोल बॉडी (सीएफसीबी) ने कहा कि मैनचेस्टर ने 2012 और 2016 के बीच रिपोर्ट सौंपी थी। जिसके मुताबिक, मैनचेस्टर ने नियम तोड़ते हुए स्पॉन्सरशिप से असीमित धन कमाया। साथ ही वह जांच में सहयोग में भी असफल रहा।
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) की अंक तालिका में मैनचेस्टर सिटी 51 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर काबिज है। टीम ने अब तक खेले 25 में से 16 मुकाबलों में जीत दर्ज की है। 6 में उसे हार मिली, जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे हैं।