खेल डेस्क. कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक-2020 को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ओलिंपिक में कुल 11000 खिलाड़ी उतरेंगे। अब तक 57 फीसदी खिलाड़ियों ने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इस बीच इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने कहा है कि जिन खिलाड़ियों ने 2020 ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है, उनकी जगह 2021 ओलिंपिक में भी पक्की है। आईओसी और 32 वर्ल्ड फेडरेशन के बीच गुरुवार को टेली कॉन्फ्रेंस से हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में शामिल एक अधिकारी ने कहा, ‘आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने सबसे पहले ओलिंपिक टलने के कारणों के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी क्वालिफाई कर चुके हैं, वे 2021 ओलिंपिक में भी उतर सकेंगे।’
अधिकारी ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता बचे हुए क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट को लेकर है। बैठक में यह फैसला हुआ कि बचे हुए कोटे पहले की तरह बरकरार रहेंगे। अब तक नई तारीख के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है। थॉमस बाक ने कहा कि 2021 ओलिंपिक की नई तारीख अगले 4 हफ्ते में घोषित की जाएगी। कुछ स्टेकहोल्डर इसे मई में तो कुछ इसे जून में आयोजित करने के पक्ष में हैं। कुछ फेडरेशन ने परेशानी की वजह से एडवांस में पैसों की मांग की है।
कार्पोरेट स्पॉन्सर्स ने 2.25 लाख करोड़ रु. खर्च किए
कोरोनावायरस के कारण कई बार आयोजकों पर सवाल उठे। हर बार जापान ने खेल को समय से कराने की बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इसे टालने को कहा था। स्पॉन्सर्स के करोड़ों रुपए इन्वेस्ट करने के कारण आयोजक दबाव में थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जापान अब तक आयोजन पर 74 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुका है। आयोजन टलने से उसे अतिरिक्त 20 हजार करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। जापान के कॉर्पोरेट स्पॉन्सर्स की बात की जाए तो वे अब तक 2.25 लाख करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। आयोजन समिति जल्द सभी पक्षों से इस संबंध में चर्चा करेगी। स्पॉन्सर्स ने कहा कि गेम्स को स्थगित करने से पहले उनसे किसी तरह की चर्चा नहीं की गई। गेम्स के स्थगित होने के बाद भी वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।