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कोरोना का खुलासा करने वाले डॉक्टर की मौत की जांच शुरू; ह्यूडंई ने 25 हजार कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा, जापान में 86 पॉजिटिव

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बीजिंग/टोक्यो/ सियोल/नई दिल्ली. चीन की भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसी ने शुक्रवार को कोरोनावायरस का खुलासा करने डॉक्टर ली वेनलियांग की मौत की जांच शुरू कर दी। चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने गुरुवार को उच्च स्तरीय जांच कमेटी को वुहान भेजा था, जहां के सेंट्रल अस्पताल में डॉक्टर वेनलियांग की मौत हुई है। इसी बीच, दुनिया में सबसे ज्यादा प्रोडक्शन करने वालेह्यूडंई केकार प्लांट को बंद किया गया है। कंपनी ने 25 हजार कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजाहै। वहीं, चीन के बाद सबसे ज्यादा 86 मामले जापान में सामने आए हैं।

इसी बीच, राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन औरविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोरोनावायरस को लेकर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा- हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

  • “सरकार ने देश में कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। चीन के नागरिकों को दिए गए वीजा अमान्य किए जा चुक हैं। देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर अब तक 1,275 फ्लाइट से आने वाले 1,39,539 यात्रियों की जांच की गई है। कोरोनावायरस के लक्षण पाए जाने पर 150 यात्रियों को आइसोलेशन में रखा गया है।”
  • “कोरोनावायरस से उपजी चुनौती का मुकाबला करने के लिए हम दूसरे देशों का सहयोग कर रहे हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने दक्षिण एशिया के दूसरे देशों को सैंपल की जांच की पेशकश की है।मालदीव से आए सैंपल की जांच की जा चुकी है। इस बारे में अफगानिस्तान का अनुरोध भी सरकार ने स्वीकार कर लिया है।”
  • “हम चीन से अपने लोगों के साथ पड़ोसी देशों के नागरिकों को भी वापस लाना चाहते थे। हमने अपने पड़ोसी देशों के नागरिकों इसकी पेशकश भी की थी, लेकिन केवल मालदीव के 7 नागरिकों ने हमारा सुझाव माना।हमारा अनुमान है कि वुहान में अब भी 80 भारतीय छात्र हैं। इनमें वे 10 छात्र भी शामिल हैं, जो एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन जांच के बाद बुखार के चलते चीनी अधिकारियों ने उन्हें फ्लाइट में चढ़ने से रोका था।”

डॉ वेनलियांग ने कोरोना को सार्स जैसा खतरा बताया था

न्यूज एजेंसी के मुताबिक,डॉक्टर वेनलियांग ने 30 दिसंबर को मेडिकल स्कूल में अपने साथियों को इस संक्रमण के बड़े स्तर पर फैलने के बारे में बताया था। उन्होंने इसके खतरे को सार्स (2002) वायरस जैसा बताया था। इसके 4 दिन बाद ही वुहान पुलिस ने डॉ. वेनलियांग (34) से कोरोनावायरस की अफवाह फैलाने के मामले मेंपूछताछ की थी। पुलिस ने डॉ. वेनलियांग को अपने ही दावे को झूठा बताने के लिए मजबूर किया था। डॉक्टर ने एक इंटरव्यू मेंकहा था,“अगर अफसर इस महामारी के बारे में पहले ही लोगों को बता देते, तो हालात बेहतर होते। यहां ज्यादा खुलापन और पारदर्शिता अपनाई जानी चाहिए।” डॉ. की मौत के बाद से लोगों में काफी गुस्सा है।

जापान के 198 नागरिक वुहान से रवाना
जापान के 198 नागरिकों को वुहान से लेकर चौथी चार्टर्ड फ्लाइट देश लौटी। चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशीहिडे सुगा ने शुक्रवार को कहा- किसी भी नागरिक में कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे हैं। अस्पताल में स्क्रीनिंग के बाद इन्हें टोक्यो के निगरानी कैंप में रखा जाएगा। चीन के बाद सबसे ज्यादा 86 मामले जापान में ही सामने आए हैं।

ह्यूडंई को 5 दिन में 50 करोड़ डॉलर का नुकसान
ह्यूडंई के जिस कार प्लांट को बंद किया गया है, वह दक्षिण कोरिया के उल्सान शहर में स्थित है। इस कॉम्प्लेक्स में पांच प्लांट हैं। इसकी सालाना कार उत्पादन क्षमता 14 लाख यूनिट है। चीन में ज्यादातर ऑटो कंपनियों के लिए कलपुर्जे बनाने वाले प्लांट ठप पड़े हैं। मजबूरी में कंपनी को दक्षिण कोरिया में अपने प्लांट बंद करने पड़े हैं।उसने अपने 25 हजार कर्मचारियों को जबरदस्ती छुट्‌टी पर भेज दिया है। अनुमान है कि5 दिन प्लांट बंद रहने से कंपनी को करीब 50 करोड़ डॉलर का नुकसान हो सकता है।

चीनी कंपनी का खुलासा- वायरस से 25 हजार की मौत

वहीं, इस वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा भी 31 हजार पहुंच गया है। हालांकि, गुरुवार को ही इन आधिकारिक आंकड़ों को झुठलाता एक डाटा चीन की टेक्नोलॉजी कंपनी टेनसेंट की तरफ से लीक हो गया था। इसके मुताबिक, चीन में वायरस से 25 हजार लोगों की मौत हो चुकी हैजबकि 1.54 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

यह जानकारी ऐसे समय में लीक हुई है, जब चीन सरकार ने हाल ही में कोरोनावायरस पर गलत जानकारी फैलने वालों के लिए मौत की सजा रखी है। टेनसेंट ने सरकार की सख्ती के बाद वेबसाइट पर डेटा अपडेट कर दिया है। अलीबाबा के बाद टेनसेंट चीन की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसके संस्थापक मा हुआतेंग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी माने जाते हैं।

हॉन्गकॉन्ग से जापान जा रहे शिप में कोरोनावायरस के 61 पॉजिटिव मरीज
दूसरी तरफ, जापान के योकोहामा बंदरगाह पर पिछले पांच दिनों से खड़े डायमंड प्रिंसेज क्रूज शिप में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 61 पहुंच गई। अब तक इस जहाज पर सवार 273 लोगों की जांच की गई है।इस पर 3700 यात्री सवार हैं।बताया गया है कि इस शिप पर हॉन्गकॉन्ग के एक व्यक्ति को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया था।

जापान के डायमंड प्रिंसेज में 3700 लोग सवार हैं, कोरोनावायरस टेस्टिंग के चलते इन्हें उतरने की इजाजत नहीं है।

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वुहान के अस्पताल में कोरोनावायरस के संक्रमण के लिए सैम्पल की जांच करता कर्मचारी।


उत्तर कोरिया की एक फैक्ट्री में मास्क लगाकर काम करती महिला कर्मचारी।


शंघाई रेलवे स्टेशन पर बचाव के लिए मास्क पहने यात्री।


चीन की हेनान एयरलाइंस की फ्लाइट में केमिकल का छिड़काव करता कर्मचारी।


चीन के डॉक्टर ली वेनलियांग ने 30 दिसंबर को अपने साथियों को कोरोनावायरस के बारे में इत्तला किया था।