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कोरोनावायरस के 100 दिनों ने बदल दी दुनिया; इस साल पहले दिन से अब तक वायरस सिर्फ बढ़ा ही, एक से अब 185 देशों में पहुंच गया

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नई दिल्ली. दशक का आखिरी दिन था,31 दिसंबर 2019। दुनिया 2020 के वेलकम के लिए तैयार थी,लेकिन इसी दिन दोपहर 1:38 बजे चीन सरकार की वेबसाइट पर एक बीमारी के बारे में बताया जाता है। वेबसाइट के मुताबिक, दक्षिण चीन के सीफूड मार्केट वुहान में निमोनिया का एक अजीब केस देखा गया।कुछ दिनों बाद यह साफ हुआ कि इस वायरस का नाम कोविड-19 है। इसे कोरोनावायरस भी नाम मिला। उस वक्त दुनिया नये साल के जश्न में डूबी थी। किसी को नहीं पता था किचीन से शुरू हुए इस अनजान वायरस के कारण दुनिया में लाखोंमौतें होंगी, दुनिया की आधी आबादी घरों में कैद हो जाएगी और सबकुछ ठहर जाएगा।

बीतेगुरुवार को इस वायरस को दुनिया में फैले पूरे 100 दिन हो गए। हालात दिन-ब-दिन खराब होते ही जा रहे हैं। यह वायरस एक से अब 185 देशों तक पहुंच चुका है।दुनियाभरमें कोरोना मरीजों की संख्या और मौतों में इजाफा हो रहा है। आम आदमी से लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जैसे लोग इस वायरस की चपेट में हैं।तमाम देशों की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई, करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। रेल, सड़क, हवाई यात्रा सबकुछ बंद है। आइए जानते हैं कि इन 100 दिनों में कैसे बदली दुनिया…

पहला दिन: 1 जनवरी, 2020

वुहान का सीफूड मार्केट बंद

अनजान निमोनिया की खबर के बाद चीनी पुलिस अधिकारियों ने वुहान का सीफूड मार्केट बंद करवा दिया। सुरक्षा उपकरणों के साथ पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियोंने मार्केट पहुंचकर सैंपल लिए। सभी दुकानों के सामने सील टेप लगा दिए गए। इसके बाद सेचीन प्रशासन अलर्ट हो गया है। लोगों को मास्क पहननेऔर हाथ धुलने के लिए कहा गया।वुहान से आने वाली सभी फ्लाइट्स में यात्रियों की जांच की जाने लगी। पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, ताइवान और हांगकांग ने वुहान में पहला केस आने के बाद से ही अपने एयरपोर्ट पर यात्रियों कीस्क्रीनिंग शुरू कर दी।

नौंवादिन: 9 जनवरी

नोवल कोरोना की पहचान हुई

चीनी वैज्ञानिकोंने इस वायरस का नाम पता करने में सफलता हासिल की। वैज्ञानिकों ने बताया कि वुहान में बीमार मरीज अनदेखे कोरोनावायरस की चपेट में आ गए हैं। दो कोरोनावायरस सार्स और मर्स पहले ही अपना असर दिखा चुके हैं। यह नया वायरस उनसे भी काफी खतरनाक दिख रहा।8 जनवरी की रात को वुहान हॉस्पिटल में पहले ज्ञात कोरोना मरीज की मौत हुई। इससे पहले के जीरो पेशेंट की पहचान नहीं पता चल सकी है। इसके बाद 13 जनवरी को थाईलैंड में कोरोना का पहला केस मिला।

बीसवां दिन: 20 जनवरी

इंसान से इंसान में फैलता है वायरस

चीन के एक रेस्पिरेटरी एक्सपर्ट जॉन्ग नानशान ने टीवी पर बताया कि गुआनडोंग में मरीजों के बीच वायरस के दो नए मामले सामने आए हैं। इन मरीजों का वुहान से कोई संपर्क नहीं था। इससे यह साफ होता है कियह वायरस इंसान से इंसान में फैल सकता है। चीन में कम हो रहे वायरस के मामलों के बीच यह देशभर में फैल गया। बीजिंग और शंघाई में संक्रमण के नए मामले सामने आए। इसके बाद यह वायरस दुनियाभर में फैलने लगा। जापान, उत्तर कोरिया और अमेरिका में कोरोना के मामले सामने आने लगे। वुहान से लौटे 35 वर्षीय शख्स में कोरोना के लक्षण दिखे। यह अमेरिका में कोरोना का पहला मामला था। 31 जनवरी तक चीन में कोरोना के 11 हजार केस आ चुके थे। 258 लोग बीमार थे।

35वां दिन: 4 फरवरी

चीन के बाहर कोरोना से पहली मौत

कोरोनावायरस से चीन के बाहर पहली मौत फिलीपींस के मनीला में हुई। यहां वुहान का रहने वाला व्यक्तिगंभीर निमोनिया से जूझ रहा था। इसके बाद फिलीपींस ने चीन के यात्रियों पर बैन की घोषणा की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि विश्व स्तर पर इस वायरस के फैलने का रफ्तार बेहद धीमी है। ऐसे में व्यापार और ट्रैवल पर रोक लगाने की कोई जरूरत नहीं है। चीन में अब तक 425 लोगों की मौत हो चुकी थी। वहीं, संक्रमण का आंकड़ा 20 हजार को पार कर गया था।

56वां दिन: 25 फरवरी

दुनियाभर में फैला वायरस

दुनियाभर में कोरोनावायरस के 80 हजार मामले सामने आ चुके थे। इटली में अब तक 11 मौतें हो चुकीं थीं। सरकार ने उत्तरी इटली में लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। चीन के बाद मौतों के मामले में इस वक्त तक सबसे आगे ईरान था। आधिकारी सूत्रों के मुताबिक, यहां अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी थी। जबकि कुछ का मानना था किअकेले कॉम में 50 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिका में कोरोना के 14 मामले अब तक सामने आ चुके थे।

66वां दिन: 6 मार्च

इटली में 6दिन में छह गुना बढ़ीं मौतें,ब्रिटेन में पहली मौत

कोरोनावायरस के कारण ब्रिटेन में के बुजुर्ग महिला की मौत हुई। देश में यह कोरोना से मौत का यह पहला मामला था। वहीं, इटली में महज 6 दिनों के भीतर 230 लोगों की मौत हो गई। देश में संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा। करीब 1200 नए संक्रमण के मामले रोज सामने आने लगे।

71वां दिन:11 मार्च

डब्ल्यूएचओ नेकोरोना को महामारी घोषित किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस को महामारी घोषित किया। दुनिया में अब तक एक लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ चुके थे। वहीं, इटली में इस वायरस के कारण केवल एक दिन में 168 मौतें हुईं। यह आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा था। इस समय तक अमेरिका में कोरोना के 1000 से ज्यादा केस आ चुके थे। जबकि दुनिया भर में 1.16 लाख से ज्यादा केस आए थे।

93वां दिन: 2 अप्रैल

संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख को पार कर गया

जॉन हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक कोविड-19 के 10लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में एशिया के सबसे बड़ीझुग्गी बस्ती धारावी में कोरोना का दूसरा केस मिला। स्पेन में केवल एक दिन में 950 मौतें हुईं।

100वां दिन:9 अप्रैल

भारत में कोरोनावायरस से एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें

कोरोनावायरस का पहला मामला भारत में 30 मार्च को केरल में सामने आया था। भारत में 9 अप्रैलको 34 लोगों की कोरोनावायरस के चलते मौत हुई थी। यह देश में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतों का आंकड़ा है। इससे पहले 8 अप्रैल बुधवार को भारत में 27 लोगों ने अपनी जान गंवाई। देश के सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में 110 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, मृतकों के मामले में दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश हैं। यहां अब तक 37 मौतें हुईं।

भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों का आंकड़ा 7 हजार 901 हो गया है। देश का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। फिलहाल देश का सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। यहां अब तक 1700 से ज्यादासंक्रमित मिले हैं। 110 से ज्यादालोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकारने यहां पर 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है।

इटली: जो चीन के बाद कोरोनावायरस सेसबसे ज्यादा प्रभावित हुआ

चीन से शुरू हुए कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा असर इटली पर पड़ा। इटली के लोम्बार्डी शहर दुनिया का नया वुहान बताया जाने लगा। लोम्बार्डी में ही देश का पहला कोरोनावायरस मरीज मिला था। 16 मार्च को लोम्बार्डी के रीजनल गर्वनर एटिलियो फोंटाना ने कहा कि, इटली की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इस क्षेत्र की हालत बेकाबू होती जा रही है। अब हम लोगों को रेस्क्यू करने में समर्थ नहीं हैं। हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं बचे हैं। अस्पतालों में बेड नहीं बचे हैं, जहां मरीजों को भर्ती किया जा सके। हम दूसरे देशों से सहायता की उम्मीद में हैं। जैसे ही सहायता मिल जाएगी, हम फिर इससे लड़ने के लिए तैयार हो जाएंगे।

इटली पर इतने बड़े पैमाने पर कोरोनावायरस फैलने का कारण देरी से लॉकडाउन और नागरिकों का गैरजिम्मेदार रवैया बताया जाता है। नागरिकों ने लॉकडाउन को भी गंभीरता से नहीं लिया और सार्वजनिक जगहों पर शामिल होते रहे। हालात यह थे कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए देश भर में आर्मी तैनात की गई। लोगों को लोगों को घरों से जबरदस्ती क्वारैंटाइन किया गया।

अमेरिका: जो अब दुनिया में कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है

दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित अमेरिका में हैं। यहां मरीजों का आंकड़ा पांच लाख को पार कर गया है। 20 हजार से ज्यादा लोगोंकी मौत हो चुकी है। केवल न्यूयॉर्क में कई देशों से ज्यादा संक्रमित हैं। यहां अब तक 1.72 लाख से ज्यादा कोरोनामरीज मिल चुके हैं। 8हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में 2008 में आई आर्थिक मंदीके बाद स्टॉक मार्केट में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।

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100 days of coronavirus changed the world, half the population was imprisoned in homes; From the first day of the year till now the virus has only increased