The post ट्रम्प का गैरकानूनी सुझाव: कहा- नॉर्थ कैरोलिना के लोग दो बार वोटिंग करें, एक बार बैलेट से और दूसरी बार पोलिंग स्टेशन जाकर; इससे सिस्टम की जांच हो जाएगी appeared first on News n Feeds.
]]>अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में मेल वोटिंग का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लगातार विरोध कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने अजीब सुझाव दिया। कहा- नॉर्थ कैरोलिना के लोगों को दो बार वोटिंग करके इलेक्शन सिस्टम की सिक्योरिटी की जांच करनी चाहिए। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति का यह सुझाव गैरकानूनी है। लेकिन, ट्रम्प का कहना है कि इससे वोटिंग सिस्टम की सही जांच हो सकेगी।
इससे सिस्टम की परख होगी
मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रम्प ने लोगों को बैलट वोटिंग और चुनाव के दिन खुद जाकर वोट डालने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें बैलट भेजने दें और साथ ही वोटिंग के लिए भी जाने दें। दावा किया जाता है कि हमारा सिस्टम मजबूत है। अगर ये सच है तो लोग दोबारा वोट नहीं डाल पाएंगे। और अगर इस सिस्टम में कोई खामी है तो लोग दो बार भी वोटिंग कर देंगे।’’
ट्रम्प का सुझाव गैरकानूनी
एक ही चुनाव में दो बार वोटिंग गैरकानूनी है। लेकिन, ट्रम्प का यह सुझाव सहयोगियों से चर्चा के बाद आया है। अमेरिका में कोरोना के चलते बैलट से वोटिंग करने वालों की संख्या बढ़ रही है। ट्रम्प इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मेल-इन बैलट वोटिंग में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हो सकती है।
सही सलाह, लेकिन उलझन ज्यादा
ट्रम्प के सलाहकारों ने उन्हें बताया कि सभी तरह के मेल इन बैलट का विरोध न करें। क्योंकि, इससे वे बुजुर्ग और बीमार समर्थकों के वोट खो सकते हैं। इन सलाहकारों ने ट्रम्प से यूनिवर्सल मेल वोटिंग और एब्सेंटी वोटिंग के बीच अंतर करने को कहा है।
एब्सेंटी वोटिंग उन लोगों के लिए होती है जो विकलांग हैं या अपने घर से दूर हैं। उन्हें वोटिंग से पहले एक फॉर्म भरना होता है। इसमें यह बताना होता है कि वे किस वजह से पोलिंग स्टेशन नहीं आ सकते। इसके बाद चुनाव आयोग उन्हें बैलेट पेपर भेजता है। इसके जरिए वे वोटिंग करते हैं। यूनिवर्सल मेल वोटिंग का मतलब है कि हर कोई घर से ही वोट दे सकता है। इसके लिए कोई कारण नहीं पूछा जाता।
दोहरी वोटिंग संभव नहीं
अटार्नी जनरल विलियम बार ने ट्रम्प के बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि, राज्यों के पास दोहरी वोटिंग से बचने के लिए कई तरीके हैं। नॉर्थ कैरोलिना स्टेट बोर्ड ऑफ इलेक्शन की वेबसाइट में कई तरह के सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। पिछले साल एक इंटरव्यू में वॉशिंगटन के सचिव किम वियान ने कहा था कि कोई भी वोटर दोबारा मतदान नहीं कर सकता। वॉशिंगटन में 2018 में मेल वोटिंग से ही चुनाव हुए थे। वियान ने कहा, ‘‘हम उन लोगों की लिस्ट निकाल सकते हैं, जिन्होंने एक से ज्यादा बार वोटिंग की होगी। 2018 में डाले गए 35 लाख बैलट में से लगभग 100 लोगों ने एक से ज्यादा बार वोटिंग की थी।’’
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]]>The post आर्मी चीफ नरवणे दो दिन के लेह दौरे पर; सेना की तैयारियों का जायजा लेंगे, पैंगॉन्ग झील इलाके में भारत-चीन के सैनिक 6 दिन से आमने-सामने हैं appeared first on News n Feeds.
]]>आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे गुरुवार को लेह पहुंच चुके हैं। वे शुक्रवार को भी वहीं रहेंगे। इस दौरान सीनियर फील्ड कमांडर उन्हें लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देंगे। आर्मी चीफ चीन से चल रहे तनाव के बीच भारतीय सेना की तैयारियों का जायजा भी लेंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
आर्मी चीफ का दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब बातचीत के बावजूद चीन भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। 29-30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों ने पैंगॉन्ग झीले के दक्षिणी छोर की पहाड़ी पर कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय जवानों ने नाकाम कर दी। तभी से दोनों के सैनिक आमने-सामने डटे हुए हैं। इसी बीच चीन के सैनिकों ने 1 सितंबर को भी घुसपैठ की कोशिश की थी।
पैंगॉन्ग झील के रिछिन ला पर भारतीय जवान डटे हैं
पूर्वी लद्दाख के पैंगॉन्ग झील इलाके में चीन की उकसावे की कार्रवाई से तनाव बना हुआ है। इसे कम करने के लिए बैठकों का दौर जारी है। इसी सिलसिले में दोनों देशों के बीच बुधवार को लगातार तीसरे दिन कमांडर लेवल की बैठक हुई। इस बीच, भारतीय सेना ने उत्तरी छोर पर अपनी तैनाती में बदलाव किया है। सूत्रों के मुताबिक फिंगर-4 की पहाड़ियों पर हमारे सैनिक नहीं हैं। तैनाती में बदलाव एहतियातन किया गया है। यह भी पता चला है कि पैंगॉन्ग से लेकर रेजांग ला और रिछिन ला तक की पूरी रिज लाइन पर भारतीय सेना का दबदबा है।
अब रिछिन ला से लेकर गुरुंग हिल और मगर हिल पर भारतीय सैनिक डटे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि चीनियों को सबसे ज्यादा परेशानी रिछिन ला पर हमारी मौजूदगी से है, क्योंकि वहां से उनका पूरा स्पांगुर गैरीसन निगरानी में आ चुका है। भारत को अब इस मामले में काफी बढ़त मिल चुकी है।
इनसाइड स्टोरी: डेढ़ घंटे में हमारे जवान 4 हजार फीट चढ़ गए थे
उत्तरी कमान और नई दिल्ली में सेना के सूत्रों ने बताया कि रविवार की रात चीन के इलाके वाली ब्लैक टॉप के सामने की तीन चोटियों पर भारतीय सैनिक 12 हजार फीट से करीब 16 हजार फीट की ऊंचाई पर जा पहुंचे। इस तैनाती में महज 80 मिनट लगे। दूसरी ओर चीनी सैनिकों ने भी इसी वक्त लगभग रात 2 बजे ही चढ़ाई शुरू की थी। जब वह चोटियों के नजदीक पहुंचे तो उन्हें भारतीय सैनिक मिले।
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]]>The post सिक्योरिटी काउंसिल ने 2 भारतीयों को आतंकी घोषित करने की पाकिस्तान की मांग ठुकराई, 8 महीने में दूसरी बार भारत के पक्ष में फैसला appeared first on News n Feeds.
]]>यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में पाकिस्तान की भारत के खिलाफ एक और चाल नाकम हो गई। पाकिस्तान ने दो भारतीयों को आतंकी घोषित करने वाला प्रस्ताव पेश किया। इसे सिक्योरिटी काउंसिल ने खारिज कर दिया। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी।
इस साल यह दूसरा मौका है जब पाकिस्तान ने इस तरह की हरकत की। दोनों बार दो-दो भारतीयों को आतंकी घोषित कराने की कोशिश की और दोनों ही बार उसे नाकामी हाथ लगी।
कमेटी के सामने प्रस्ताव
यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की एक कमेटी है, जिसे 1267 कमेटी कहा जाता है। यह आतंकी गतिविधियों में शामिल किसी भी देश के नागरिकों को प्रतिबंधित सूची में रख सकती है। इनकी जांच की जाती है। फिर इन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जाते हैं। इनमे ट्रैवल बैन और अकाउंट फ्रीज करना शामिल है। पाकिस्तान ने दो भारतीयों अंगारा अप्पाजी और गोविंदा पटनायक को आतंकी घोषित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया।
इन दोनों को मिलाकर इस साल पाकिस्तान ने कुल चार भारतीयों को आतंकी घोषित कराने की साजिश रची। सूत्रों के मुताबिक, ये चारों ही अफगानिस्तान में काम करते थे। यहां तालिबान की मदद से पाकिस्तान भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने चार भारतीयों को आतंकी घोषित कराने की चाल चली थी। इसे भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भांप लिया था। एक खुफिया मिशन के तहत इन्हें भारत पहुंचाया गया।
नहीं मिला समर्थन
सिक्योरिटी काउंसिल में शामिल अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और बेल्जियम ने पाकिस्तान का यह प्रस्ताव खारिज करते हुए इस पर आगे की कार्रवाई भी रोक दी। तिरूमूर्ति ने कहा- पाकिस्तान 1267 कमेटी का इस्तेमाल अपनी सियासत के लिए करना चाहता है। वो इसे मजहबी रंग देना चाहता है। लेकिन, काउंसिल ने उसकी चाल कामयाब नहीं होने दी। हम इसके लिए इन मेंबर्स के शुक्रगुजार हैं।
Pakistan’s blatant attempt to politicize 1267 special procedure on terrorism by giving it a religious colour, has been thwarted by UN Security Council. We thank all those Council members who have blocked Pakistan’s designs. @MEAIndia @DrSJaishankar @PMOIndia @harshvshringla
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 2, 2020
एक साल में दूसरी बार मुंह की खाई
खास बात यह है कि पाकिस्तान ने इस साल लगातार दूसरी बार भारतीय नागरिकों को आतंकवादी घोषित कराने की कोशिश की और दोनों ही बार उसकी चाल नाकाम हो गई। जनवरी में उसने दो भारतीय नागरिकों अजॉय मिस्त्री और वेणु माधव डोंगरा की गतिविधियों को संदिग्ध बताते हुए इन्हें आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन, तब भी यह चाल उल्टी साबित हुई।
यह हरकत बार-बार क्यों
इसकी कई वजह हैं। लेकिन, हालिया घटनाक्रम ज्यादा अहम है। दरअसल, भारत ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फाउंडर मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किए और साबित कर दिया कि वो भारत में आतंकी हमले करवाने की साजिश में शामिल है। सबूतों से साफ हो गया था कि अजहर के लिंक अल कायदा और तालिबान से भी हैं। इसके बाद सिक्योरिटी काउंसिल ने जैश सरगना को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कर दिया। पाकिस्तान अब भारत से इसी का बदला लेने की कोशिश कर रहा है।
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]]>The post पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा- कोहली और टीम इंडिया की तारीफ क्यों न करें? जबकि कोई भी पाकिस्तानी उनके आसपास भी नहीं है appeared first on News n Feeds.
]]>पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपने ही देश के लोगों पर भड़क गए हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि टीम इंडिया या विराट कोहली की तारीफ क्यों नहीं कर सकता। पाकिस्तान या दुनिया का कोई भी खिलाड़ी कोहली के नजदीक भी नहीं है।
दरअसल, अख्तर ने हाल ही में कोहली और रोहित शर्मा समेत भारतीय टीम की तारीफ की थी। इसके बाद से पाकिस्तान में उनकी जमकर आलोचना हो रही है। इस पर पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि जो लोग आलोचना कर रहे हैं, उन्हें आंकड़ें देख लेना चाहिए।
कोहली दुनिया के टॉप बेट्समैन में से एक
उन्होंने कहा कि आलोचना करने वाले को यह स्वीकार करना चाहिए की भारतीय कप्तान विराट कोहली दुनिया के टॉप बेट्समैन में से एक हैं और वे तारीफ के हकदार हैं। मैं अच्छे खिलाड़ी और टीम की तारीफ क्यों नहीं कर सकता?
कोहली भारतीय हैं, क्या इसलिए तारीफ नहीं कर सकते?
शोएब ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि लोग क्यों नाराज हैं, उन्हें मेरी आलोचना करने से पहले आंकड़े देखना चाहिए। क्या वे नफरत को ध्यान में रखना चाहते हैं या सिर्फ इसलिए कि वे (कोहली) एक भारतीय हैं, इसलिए हम उनकी तारीफ नहीं करेंगे? अगर किसी को कोहली की क्षमताओं के बारे में किसी तरह का शक है, तो वह आंकड़ों की जांच कर ले।’’
कोहली ने 70 शतक लगा, क्या अभी ऐसा कोई खिलाड़ी है?
उन्होंने कहा, ‘‘कोहली ने मौजूदा समय में 70 शतक लगाए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में इस समय और कौन है? उसने इंडिया को कितनी में सीरीज में जीत दिलाई है? क्या मुझे उसकी तारीफ नहीं करना चाहिए?’’
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]]>The post ब्याज में छूट देने की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुना सकता है, ईएमआई चुकाने की मोहलत बढ़ाने पर भी सुनवाई होगी appeared first on News n Feeds.
]]>लॉकडाउन में आरबीआई की तरफ से दिए गए लोन मोरेटोरियम को आगे बढ़ाने और ब्याज में छूट देने की अर्जियों पर सुप्रीम कोर्ट में आज भी सुनवाई होगी। मंगलवार को बहस पूरी नहीं हो पाई थी। लोन मोरेटोरियम यानी कर्ज की किश्त को कुछ महीनों के लिए टालने की छूट…आरबीआई ने कोरोना की स्थिति और लॉकडाउन को देखते हुए मार्च में 3 महीने के लिए यह सुविधा दी थी, फिर 3 महीने और बढ़ाकर अगस्त तक कर दी गई।
अब जब मोरेटोरियम के 6 महीने पूरे हो चुके हैं, तो ग्राहक कह रहे हैं कि इसे और बढ़ाना चाहिए। इससे भी अहम मांग ये है कि मोरेटोरियम पीरियड का ब्याज भी माफ होना चाहिए। क्योंकि, ब्याज पर ब्याज वसूलना तो एक तरह से दोहरी मार होगी। इसकी वजह ये है कि आरबीआई ने सिर्फ ईएमआई टालने की छूट दी थी, लेकिन बकाया किश्तों पर लगने वाला ब्याज तो चुकाना पड़ेगा।
लोन लेने वाले ग्राहकों की दलील
1. ग्राहकों के एक ग्रुप और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के महाराष्ट्र चैप्टर की तरफ से सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने कहा, “मोरेटोरियम नहीं बढ़ा, तो कई लोग लोन पेमेंट में डिफॉल्ट करेंगे। इस मामले में एक्सपर्ट कमेटी को सेक्टर वाइज प्लान तैयार करना चाहिए।”
2. रिएल एस्टेट डेवलपर्स के संगठन क्रेडाई की ओर से वकील ए सुंदरम ने दलील रखी, “मोरेटोरियम में ग्राहकों से ब्याज वसूलना गलत है। इससे आने वाले समय में नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) बढ़ सकते हैं।”
3. शॉपिंग सेंटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से वकील रणजीत कुमार ने कहा, “कोरोना की वजह से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। उन्हें राहत देने के उपाय किए जाने चाहिए। आरबीआई सिर्फ बैंकों के प्रवक्ता की तरह बात नहीं कर सकता। हमारी स्थिति वाकई खराब है। थिएटर, बार और फूड कोर्ट बंद हैं। हम कैसे कमाएंगे और कर्मचारियों को सैलरी कैसे देंगे? कोर्ट से अपील करते हैं कि सेक्टर वाइज राहत देने पर विचार होना चाहिए।”
सरकार की दलील
सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बुधवार को कोर्ट में कहा, “ब्याज माफ किया तो बैंकों की स्थिति खराब होगी। देश में अलग-अलग तरह के बैंक हैं। नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज (एनबीएफसी) भी इनमें शामिल हैं।”
इससे पहले मंगलवार को सरकार ने कहा था कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए मोरेटोरियम पीरियड 2 साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है। सरकार का यह जवाब इसलिए आया, क्योंकि 26 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि इस मामले में 7 दिन में स्थिति साफ की जाए। कोर्ट ने कमेंट किया था कि सरकार आरबीआई के फैसले की आड़ ले रही है, जबकि उसके पास खुद फैसला लेने का अधिकार है।
क्या है मोरेटोरियम?
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से आरबीआई ने मार्च में लोगों को मोरेटोरियम यानी लोन की ईएमआई 3 महीने के लिए टालने की सुविधा दी थी। बाद में इसे 3 महीने और बढ़ाकर 31 अगस्त तक के लिए कर दिया गया। आरबीआई ने कहा था कि लोन की किश्त 6 महीने नहीं चुकाएंगे, तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। लेकिन, मोरेटोरियम के बाद बकाया पेमेंट पर पूरा ब्याज देना पड़ेगा।
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]]>The post पीएम रिलीफ फंड के लिए बिटकॉइन में चंदा मांगा, कुछ ही देर में ट्वीट डिलीट किए; ट्विटर ने कहा- हम तेजी से जांच कर रहे हैं appeared first on News n Feeds.
]]>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट का टि्वटर अकाउंट हैक कर लिया गया। हैकर ने इसमें पीएम रिलीफ फंड में दान करने की अपील की। बताया जा रहा है कि दान क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन में मांगा गया था। हालांकि, यह ट्वीट फौरन डिलीट कर दिया गया। ट्विटर ने कहा है, ‘‘हम सक्रिय रूप से इस मामले की जांच कर रहे हैं। अभी हमें अन्य ट्विटर हैंडल्स के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है।’’
हैकर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘‘यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) ने हैक किया है। हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।’’ ट्विटर ने इसकी पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अकाउंट गुरुवार तड़के सवा तीन बजे हैक किया गया।
जांच में जुटा ट्विटर
ट्विटर ने रॉयटर्स को भेजे अपने बयान में कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट का ट्विटर हैंडल हैक होने की जानकारी है। इसकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट narendramodi.in के ट्विटर अकाउंट @narendramodi_in के 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।
पेटीएम मॉल का जिक्र क्यों किया गया?
दरअसल, 30 अगस्त को साइबर सिक्योरिटी फर्म साइबल ने दावा किया था कि पेटीएम मॉल के डेटा चोरी में जॉन विक ग्रुप का ही हाथ था। पेटीएम मॉल यूनीकॉर्न पेटीएम की ई-कॉमर्स कंपनी है। साइबल का दावा था कि इस हैकर ग्रुप ने फिरौती मांगी थी। हालांकि, पेटीएम ने बाद में दावा किया था कि उसके डेटा में कोई सेंधमारी नहीं हुई।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है। यानी इसका लेनदेन सिर्फ ऑनलाइन होता है। इसे दूसरी करेंसी में भी बदला जा सकता है। यह 2009 में चलन में आई थी। अभी एक बिटकॉइन का रेट करीब 8,36,722 रुपए है।
जुलाई में कई नामी हस्तियों के अकाउंट हैक हुए थे
जुलाई में माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत कई नामी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक किए गए थे। हैकर्स ने आईफोन कंपनी एपल और कैब सर्विस कंपनी उबर के अकाउंट्स को भी निशाना बनाया था। क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के लिए हैकर्स ने बड़े लोगों के नाम का सहारा लिया था।
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]]>यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में पाकिस्तान की भारत के खिलाफ एक और चाल नाकम हो गई। पाकिस्तान ने दो भारतीयों को आतंकी घोषित करने वाला प्रस्ताव पेश किया। इसे सिक्युरिटी काउंसिल ने खारिज कर दिया। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी।
इस साल यह दूसरा मौका है जब पाकिस्तान ने इस तरह की हरकत की। दोनों बार दो-दो भारतीयों को आतंकी घोषित कराने की कोशिश की और दोनों ही बार उसे नाकामी हाथ लगी।
कमेटी के सामने प्रस्ताव
यूएन सिक्युरिटी काउंसिल की एक कमेटी है, जिसे 1267 कमेटी कहा जाता है। यह आतंकी गतिविधियों में शामिल किसी भी देश के नागरिकों को प्रतिबंधित सूची में रख सकती है। इनकी जांच की जाती है। फिर इन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जाते हैं। इनमे ट्रैवल बैन और अकाउंट फ्रीज करना शामिल है। पाकिस्तान ने दो भारतीयों अंगारा अप्पाजी और गोविंदा पटनायक को आतंकी घोषित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया।
नहीं मिला समर्थन
सिक्युरिटी काउंसिल में शामिल अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और बेल्जियम ने पाकिस्तान का यह प्रस्ताव खारिज करते हुए इस पर आगे की कार्रवाई भी रोक दी। तिरूमूर्ति ने कहा- पाकिस्तान 1267 कमेटी का इस्तेमाल अपनी सियासत के लिए करना चाहता है। वो इसे मजहबी रंग देना चाहता है। लेकिन, काउंसिल ने उसकी चाल कामयाब नहीं होने दी। हम इसके लिए इन मेंबर्स के शुक्रगुजार हैं।
Pakistan’s blatant attempt to politicize 1267 special procedure on terrorism by giving it a religious colour, has been thwarted by UN Security Council. We thank all those Council members who have blocked Pakistan’s designs. @MEAIndia @DrSJaishankar @PMOIndia @harshvshringla
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 2, 2020
एक साल में दूसरी बार मुंह की खाई
खास बात यह है कि पाकिस्तान ने इस साल लगातार दूसरी बार भारतीय नागरिकों को आतंकवादी घोषित कराने की कोशिश की और दोनों ही बार उसकी चाल नाकाम हो गई। जनवरी में उसने दो भारतीय नागरिकों अजॉय मिस्त्री और वेणु माधव डोंगरा की गतिविधियों को संदिग्ध बताते हुए इन्हें आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन, तब भी यह चाल उल्टी साबित हुई।
यह हरकत बार-बार क्यों
इसकी कई वजह हैं। लेकिन, हालिया घटनाक्रम ज्यादा अहम है। दरअसल, भारत ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फाउंडर मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किए और साबित कर दिया कि वो भारत में आतंकी हमले करवाने की साजिश में शामिल है। सबूतों से साफ हो गया था कि अजहर के लिंक अल कायदा और तालिबान से भी हैं। इसके बाद यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने जैश सरगना को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कर दिया। पाकिस्तान अब भारत से इसी का बदला लेने की कोशिश कर रहा है।
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]]>The post कोरोना ने फेफड़े डैमेज किए, उंगलियां भी नहीं हिलती थीं; संक्रमण के डर के बीच चेन्नई के डॉक्टरों ने देश का पहला कोरोना लंग्स ट्रांसप्लांट कर बचाई जान appeared first on News n Feeds.
]]>आज की पॉजिटिव कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको इसके तीन किरदारों से मिलाता हूं। कोरोना के इस दौर में जब लोग दूरियां बना रहे हैं, ये किरदार बड़ी लड़ाई जीतने की मिसाल पेश करते हैं। इनमें से पहले हैं 48 साल के कोरोना मरीज, जिनके दोनों फेफड़े इतने डैमेज हो गए थे कि उंगलियां तक नहीं हिला सकते थे, पर जीने की इच्छा बेजोड़ थी। दूसरी एक महिला हैं, जिनके पति ब्रेन डेड हो गए। उम्र महज 31 साल थी। पहाड़ सा दुख पर मदद करना नहीं छोड़ा। तीसरा और आखिरी किरदार एक डॉक्टर और उनकी टीम जिसने कोरोना के खतरे के बीच सबसे मुश्किल ऑपरेशन्स में से एक को अंजाम दिया।
आइए अब कहानी की तरफ चलते हैं। दिल्ली के 48 साल के बिजनेसमैन को कोरोना हो गया। उन्हें गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत इतनी बिगड़ी की वेंटिलेटर पर डालना पड़ा। एक महीने वेंटिलेटर पर रहने के बाद भी ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था। हालत नहीं सुधरी तो 20 जुलाई को एयरलिफ्ट कर चेन्नई के एमजीएच हेल्थ केयर अस्पताल ले जाया गया।
तब ऑक्सीजन सेचुरेशन 60% तक पहुंच चुका था। सेहतमंद आदमी में यह 95 से 100% के बीच होता है। मरीज हाथ-पैर तो क्या, उंगलियां तक नहीं हिला पा रहे थे। सिर्फ आंखों के इशारे से बातें कह पाते थे। हॉस्पिटल के चेयरमैन और हार्ट-लंग ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के हेड डॉ. केआर बालाकृष्णन की टीम ने उन्हें इक्मो सपोर्ट पर डालने का फैसला किया।
तब शुरू हुई डोनर की तलाश
जब मौत का खतरा 90% तक होता है और वेंटिलेटर से भी फायदा होता नहीं दिखता तो मरीज को इक्मो सपोर्ट दिया जाता है। इक्मो सपोर्ट देने के बाद ऐसे मरीज दो-तीन हफ्ते में रिकवर हो जाते हैं। ऐसा नहीं होने पर लंग्स ट्रांसप्लांट की नौबत आती है। इस मरीज के साथ भी ऐसा ही हुआ। सुधार होता ना देख लंग्स डोनर की तलाश शुरू हुई।
एक महिला आई मदद के लिए…
एक महिला जिनका 31 साल का पति ब्रेन डेड हो चुका था, उन्होंने दुख की घड़ी में भी बड़ा फैसला किया। पति के दिल, फेफड़े, लिवर और दोनों हाथ दान करने का फैसला। फेफड़े दिल्ली के बिजनेसमैन के काम आए। दोनों हाथ मुंबई की एक महिला को प्रत्यारोपित किए जाएंगे, जो 2014 में घाटकोपर रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में हाथ खो चुकी है।
33 दिन इक्मो में रहने के बाद हुआ ट्रांसप्लांट
डॉ. बालाकृष्णन ने दैनिक भास्कर को बताया कि 20 जुलाई को दिल्ली के कोरोना मरीज को चेन्नई लाया गया। उसके बाद 33 दिन तक वो इक्मो में रहे। इस दौरान उनके हाथ-पैर में मूवमेंट शुरू हो गया था, लेकिन उनके लंग्स की हालत खराब थी। एक हफ्ते पहले डोनर मिला। इसके बाद डॉ. बालाकृष्णन और उनकी टीम ने लंग्स ट्रांसप्लांट का फैसला किया।
डॉ. बालाकृष्णन ने कहा कि ऑपरेशन कामयाब रहा। मरीज को दिया जा रहा इक्मो सपोर्ट भी हटा लिया गया है। अब तो वेंटिलेटर भी हटा दिया गया है। वो खुद सांस ले पा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि वो जल्द घर जा पाएंगे।
कोरोना संक्रमित लंग्स का ऑपरेशन सबसे बड़ी चुनौती
डॉ. बालाकृष्णन पहले कई लंग्स ट्रांसप्लांट कर चुके हैं, लेकिन किसी कोरोना संक्रमित के लंग्स ट्रांसप्लांट का ये पहला मौका था। डॉ. बालाकृष्णन कहते हैं कि कोरोना संक्रमित लंग्स का ऑपरेशन करने वाली पूरी टीम को खतरा होता है। भले मरीज कोविड निगेटिव हो चुका है, लेकिन जब आप छाती खोलकर लंग्स निकालते हैं तो किसी को पता नहीं उसकी वजह से वायरस फैल सकता है या नहीं। लेकिन, देश के लिए ये बड़ी उपलब्धि है। किसी कोरोना संक्रमित का ऐसा ऑपरेशन अब तक सिर्फ चीन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया जैसे कुछ देशों में ही हुआ है। अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है।
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The post कोरोना ने फेफड़े डैमेज किए, उंगलियां भी नहीं हिलती थीं; संक्रमण के डर के बीच चेन्नई के डॉक्टरों ने देश का पहला कोरोना लंग्स ट्रांसप्लांट कर बचाई जान appeared first on News n Feeds.
]]>The post रिया के पिता से आज लगातार तीसरे दिन पूछताछ होगी, ईडी ने शोविक को समन भेजा; श्रुति मोदी बोलीं- सुशांत ड्रग्स लेते थे appeared first on News n Feeds.
]]>अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच की दिशा बदलती नजर आ रही है। आत्महत्या से शुरू हुई जांच हत्या एंगल से होती हुई ड्रग्स तक पहुंच चुकी है। सीबीआई की जांच का आज 14वां दिन है। इतनी लम्बी पड़ताल के बाद भी सीबीआई अब तक यह तय नहीं कर पाई है कि यह आत्महत्या है या हत्या?
उधर, सीबीआई आज फिर एक बार रिया चक्रवर्ती के पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती से पूछताछ कर सकती है। उनसे पिछले दो दिनों में 18 घंटे सवाल-जवाब किए गए। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई अब ड्रग्स को लेकर उनसे पूछताछ कर रही है।
रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती और एक ड्रग सप्लायर के बीच हुई वॉट्सऐप चैट वायरल हुई है। इस चैट से पता चलता है कि शौविक ने अपने पिता के लिए ड्रग्स मांगा था। इस खुलासे के बाद आज प्रवर्तन निदेशालय ने शोविक को पूछताछ के लिए 11 बजे ईडी ऑफिस में बुलाया है।
बुधवार को इस मामले में क्या-क्या हुआ?
रिया के पिता इंद्रजीत से बुधवार को करीब दस घंटे तक पूछताछ हुई। वे सुबह साढ़े दस बजे डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुंचे और रात में करीब 8.30 बजे वहां से बाहर निकले। अधिकारी के अनुसार, सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा, उनके रसोइये नीरज सिंह, घरेलू सहायक केशव और अकाउंट मैनेजर श्रुति मोदी से भी 8-9 घंटे की पूछताछ हुई। रिया चक्रवर्ती, उनके भाई और मां को बुधवार को नहीं बुलाया गया था।
श्रुति मोदी ने कहा- सुशांत की लाइफ का हिस्सा बन चुका था ड्रग्स
सुशांत की मैनेजर रहीं श्रुति मोदी ने खुलासा किया है कि ड्रग्स ‘एसएसआर’ की लाइफ का हिस्सा बन चुका था। उसने सीबीआई को बताया कि वे सुशांत के लिए काम करने के कारण उनके वहां दूसरों (रिया और शोविक) की इच्छा पर अभिनेता के घर होने वाली पार्टीज में शामिल होती थीं, उन्होंने कभी इनका इस्तेमाल नहीं किया था। इससे पहले श्रुति के वकील अशोक सारओगी ने खुलासा किया था कि सुशांत के घर होने वाली ड्रग्स पार्टीज में उनकी बहनें भी शामिल होती थीं।
अमेरिका में सुशांत के लिए न्याय की मांग वाला बिलबोर्ड हटाया गया
हॉलीवुड में लगा सुशांत के लिए जस्टिस की मांग वाला बिलबोर्ड हटा दिया गया है। इस पर सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने ट्विटर पर कहा, ‘ऐसा लगता है कि पेड पीआर हर जगह पहुंच गया है।’ बिलबोर्ड को लगाने वाली कंपनी ने कहा, ‘वे सुशांत के जस्टिस का संदेश देने वाले बिलबोर्ड को अभी नहीं लगाएंगे।’
It seems the paid PR has it’s reach everywhere. Hollywood Billboard company reached out telling they will not keep the Billboard any longer! The wordings on the billboard only demanded fair trial and justice! #Report4SSR #JusticeForSushantSinghRajputt #Warriors4SSR pic.twitter.com/YrMrLH3eIX
— shweta singh kirti (@shwetasinghkirt) September 3, 2020
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]]>The post अमेरिका ने कहा- कोरोना के दौर में भी चीन ने साजिश रची, भारत इसका उदाहरण; पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में सैन्य बेस बनाना चाहते हैं जिनपिंग appeared first on News n Feeds.
]]>अमेरिका ने कहा है कि दुनिया जब महामारी का सामना कर रही है तब चीन अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने में जुटा है। अमेरिकी डिप्लोमैट डेविड स्टिलवेल ने बुधवार को कहा- चीन क्या कर रहा है और उसके इरादे क्या हैं, इसे आप भारत के हालिया उदाहरण से समझ सकते हैं। इसके अलावा भी कई ऐसे सबूत हैं जो ये बताते हैं कि बीजिंग के इरादे क्या हैं।
दूसरी तरफ, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा- चीन अपनी ताकत बढ़ाने के लिए पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में सैन्य बेस बनाना चाहता है। हम इस पर नजर रख रहे हैं।
बातचीत की अपील
अमेरिकी विदेश विभाग में कई अहम पदों पर काम कर चुके डिप्लोमैट स्टिलवेल ने मीडिया से बातचीत में कहा- चीन क्या कर रहा है? इसको ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं है। आप सब देख सकते हैं। दुनिया जब महामारी से जूझ रही है तब चीन ऐसी हरकतें कर रहा है जो बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। भारत इसका सबसे ताजा उदाहरण हैं। मैं बीजिंग में अपने दोस्तों से कहना चाहता हूं कि अगर कोई मसला है तो उसे बातचीत से सुलझाएं।
हर जगह विवाद करता है चीन
एक सवाल के जवाब में स्टिलवेल ने कहा- चीन को लेकर एक चीज साफ महसूस की जा सकती है। हिमालय में वो भारत से टकराव में उलझा है। इसके अलावा उसके जितने पड़ोसी हैं, उनसे भी विवाद चल रहा है। आप तिब्बत देख लें। इसके अलावा हॉन्गकॉन्ग और साउथ चाइना सी की बात कर लें। आखिरकार वो कहां शांति की बात कर रहा है। उसकी हरकतों की लिस्ट बढ़ती जा रही है। विदेश मंत्री पहले ही साफ कर चुके हैं कि चीन को जवाब देना होगा। उसकी हरकतें सहन नहीं की जा सकतीं।
पेंटागन ने क्या कहा
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने एक नई रिपोर्ट जारी की है। इसमें खासतौर पर एशिया का जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन बहुत तेजी और आक्रामक रवैये से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है। चीन का इरादा पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार जैसे छोटे देशों में सैन्य बेस तैयार करने का है, और वो इसके लिए कई तरह की साजिशें रच रहा है। इस रिपोर्ट में कुछ और देशों के भी नाम भी हैं। साथ ही ये भी कहा गया है कि अमेरिका को चीन के इन इरादों पर नजर रखने के साथ ही इससे निपटने की रणनीति बनानी होगी।
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