बॉलीवुड डेस्क (अमित कर्ण). <\/strong>अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दो दिवसीय भारत दौरे पर सोमवार को अहमदाबाद पहुंचे। वहां उनका स्वागत गान कैलाश खेर ने पेश किया। वे इससे पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के सामने भी एक कॉन्सर्ट में गा चुके हैं। डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत गान की तैयारियों के साथ-साथ उन्होंने कलाकार बिरादरी की अभिव्यक्ति की आजादी पर भी अपने विचार रखे। पेश हैंउनसे हुई खास बातचीत के प्रमुख अंश :-<\/strong><\/p>\n<\/p>\n सवाल : स्वागत गान की तैयारियां कितने दिन पहले से शुरू हो गई थीं?<\/strong> सवाल: आप को व्यक्तिगत तौर पर ट्रम्प साहब में क्या खूबियां नजर और पसंद आती हैं?<\/strong><\/p>\n जवाब : <\/strong>मेरे ख्याल से जो उनमें तुरंत निर्णय लेने की शक्ति है और वह अपने आप में बहुत ही यूनीक है। वरना आमतौर पर बड़े लीडर्स को बड़े फैसले लेने में खासा वक्त लगता रहा है। मुझे लगता है कि यह खूबी नरेंद्र मोदी जी में भी है। वह भी बड़े फैसले लेने में घबराते नहीं हैं और ज्यादा वक्त नहीं लेते हैं। तभी तो ट्रम्प के साथ उन्हें भी विश्व के बड़े नेताओं में गिना जाता है।<\/p>\n<\/p>\n सवाल: जिस तरह हॉलीवुड में कलाकार अपने आप को अभिव्यक्त कर पाते हैं, अपने नेताओं की आलोचना भी कर पाते हैं। क्या वैसी आजादी आप यहां पाते हैं?<\/strong> सवाल: ट्रम्प से पहले आप को किन मौकों पर किसी राष्ट्राध्यक्ष के सामने गाने का मौका मिला था?<\/strong> सवाल: मोदी जी से आपका अक्सर मिलना होता है। कौन-सी चीजें आपने उनसे ग्रहण की हैं?<\/strong> सवाल: मोदी जी को आपका कौन सा गाना पसंद है?<\/strong> Download Newsnffeds App to read Latest Hindi News Today<\/a><\/p>\n
जवाब :<\/strong> हम लोग 15 दिन पहले से स्वागत गान की तैयारियों में जुट गए थे। जेहन में खास तौर पर यह बात साफ थी कि विदेश से जब कोई अतिथि हमारे यहां आता है तो उसे भारत का अध्यात्म खींचता है। भारत में अध्यात्म को लेकर जो दर्शन हैं,उनमें उनकी उत्सुकता रहती है। इसलिए हम लोगों ने शिवजी का गाना प्लान किया था।<\/p>\n<\/p>\n
जवाब :<\/strong> मेरे ख्याल से दुनिया में आलोचक भी होंगे तो दूसरी तरफ प्रशंसक भी होंगे। यह तो प्रकृति का भी नियम है। ईश्वर को भी कहां सभी मानने वाले हैं।<\/p>\n
जवाब :<\/strong> बिल क्लिंटन जी के लिए शिकागो में गाना गाया था। सालों पहले जब वह अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब हमारे कॉन्सर्ट में आए थे।<\/p>\n<\/p>\n
जवाब : <\/strong>मोदीजी में अध्यात्म को फॉलो करने की आदत आज भी। वही उनका बड़प्पन है। इतने बड़े पद पर होकर भी कोई इंसान अगर भगवान, राष्ट्रीयता और इंसानियत में आस्था रखे, वह बहुत बड़ी बात होती है।<\/p>\n<\/p>\n
जवाब : <\/strong>‘अगर बम लहरी…’ गाना उन्हें बहुत पसंद है। यह शिव जी का गाना है, निराकार है, उनको समर्पित गाने किसी भाषा के मोहताज नहीं होते हैं। यही वजह है कि ट्रम्प को भी यह गाना डेडिकेट किया।<\/p>\n