नई दिल्ली. <\/strong>अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 6 विधायकों ने भीमंत्री पद की शपथ ली।नई कैबिनेट में चार चेहरे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और सत्येंद्र जैन 2015 की कैबिनेट में भी थे।हालांकि 2015 में असीम अहमद, जितेंद्र सिंह तोमर और संदीप कुमार भी कैबिनेट में शामिल थे, जिन्हें बाद में हटाकर इमरान हुसैन, राजेन्द्र गौतम और कैलाश गहलोत को जगह दी गई थी। केजरीवाल की नई कैबिनेट 2015 की तुलना में 3 गुना ज्यादा अमीर है। इस बार मंत्रियों की औसत उम्र 47साल है, जो पिछली बार से 5 साल ज्यादा है।<\/p>\n<\/p>\n 2015 की कैबिनेट<\/strong><\/p>\n ग्रेजुएट<\/p>\n<\/td>\n 2020 की कैबिनेट<\/strong><\/p>\n 1) औसत संपत्ति : 2015 vs 2020<\/strong> 2020<\/strong> : नई कैबिनेट में 7 में से 5 यानी 71% मंत्री करोड़पति हैं। मंत्रियों की औसत संपत्ति 8.95 करोड़ रुपए है। इस बार 46 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ कैलाश गहलोत सबसे अमीर मंत्री हैं। गोपाल राय के पास सबसे कम 90 लाख रुपए की संपत्ति है।<\/p>\n<\/p>\n 2) शिक्षा : 2015 vs 2020<\/strong> 3) उम्र : 2015 vs 2020<\/strong> 4) आपराधिक मामले : 2015 vs 2020<\/strong> 5) महिला मंत्री : 2015 vs 2020<\/strong> आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें <\/a> <\/p>\n\n\n
\n नाम<\/strong><\/td>\n उम्र<\/strong><\/td>\n शिक्षा<\/strong><\/td>\n संपत्ति<\/strong><\/td>\n आपराधिक मामले<\/strong><\/td>\n<\/tr>\n \n अरविंद केजरीवाल<\/td>\n 46 <\/td>\n \n 2.09 करोड़<\/td>\n 10<\/td>\n<\/tr>\n \n मनीष सिसोदिया<\/td>\n 42<\/td>\n डिप्लोमा<\/td>\n 41.66 लाख<\/td>\n 6<\/td>\n<\/tr>\n \n गोपाल राय<\/td>\n 39<\/td>\n पोस्ट ग्रेजुएट<\/td>\n 52.39 लाख<\/td>\n 2<\/td>\n<\/tr>\n \n सत्येन्द्र जैन<\/td>\n 50<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 8.08 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n \n असीम खान<\/td>\n 38<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 6.53 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n \n जितेन्द्र सिंह तोमर<\/td>\n 48<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 1.07 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n \n संदीप कुमार<\/td>\n 34<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 13.16 लाख<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n<\/tbody>\n<\/table>\n<\/p>\n \n\n
\n नाम<\/strong><\/td>\n उम्र<\/strong><\/td>\n शिक्षा<\/strong><\/td>\n संपत्ति<\/strong><\/td>\n आपराधिक मामले<\/strong><\/td>\n<\/tr>\n \n अरविंद केजरीवाल<\/td>\n 51 <\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 3.44 करोड़<\/td>\n 13<\/td>\n<\/tr>\n \n मनीष सिसोदिया<\/td>\n 47<\/td>\n डिप्लोमा<\/td>\n 93 लाख<\/td>\n 3<\/td>\n<\/tr>\n \n गोपाल राय<\/td>\n 44<\/td>\n पोस्ट ग्रेजुएट<\/td>\n 90 लाख<\/td>\n 1<\/td>\n<\/tr>\n \n सत्येंद्र जैन<\/td>\n 55<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 8.08 करोड़<\/td>\n 2<\/td>\n<\/tr>\n \n इमरान हुसैन<\/td>\n 38<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 1.41 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n \n राजेन्द्र पाल गौतम<\/td>\n 51<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 1.88 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n \n कैलाश गहलोत<\/td>\n 45<\/td>\n ग्रेजुएट<\/td>\n 46 करोड़<\/td>\n 0<\/td>\n<\/tr>\n<\/tbody>\n<\/table>\n
2015<\/strong> : कैबिनेट में 7 में से 4 यानी 57% मंत्री करोड़पति थे। मंत्रियों की औसत संपत्ति 2.69 करोड़ रुपए थी। पिछली बार 8.08 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ सत्येंद्र जैन सबसे अमीर मंत्री थे। संदीप कुमार के पास सबसे कम 13.16 लाख रुपए की संपत्ति थी।<\/p>\n
2015<\/strong> : पिछली बार 7 में से 6 मंत्रियों के पास ग्रेजुएट या उससे ऊपर की डिग्री थी। मनीष सिसोदिया ही इकलौते ऐसे मंत्री थे, जिनके पास पत्रकारिता का डिप्लोमा था।
2020<\/strong> : इस बार भी 6 मंत्री ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट हैं।<\/p>\n<\/p>\n
2015<\/strong> : पिछली बार सिर्फ 3 मंत्री ही ऐसे थे, जिनकी उम्र 31 से 40 साल के बीच थी। कैबिनेट में सबसे युवा संदीप कुमार, जबकि सबसे उम्रदराज सत्येंद्र जैन थे। कैबिनेट की औसत उम्र 42 साल थी।
2020<\/strong> : इस बार सिर्फ 1 मंत्री की ही उम्र 31 से 40 साल के बीच है। नई कैबिनेट में इमरान हुसैन सबसे युवा और सत्येंद्र जैन सबसे उम्रदराज मंत्री हैं।कैबिनेट की औसत उम्र 47 साल है।<\/p>\n<\/p>\n
2015<\/strong> : पिछली बार 7 में से 3 मंत्रियों पर ही आपराधिक मामले थे। हालांकि, किसी भी मंत्री पर हत्या, हत्या की कोशिश, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर केस नहीं थे। तब मुख्यमंत्री केजरीवाल पर सबसे ज्यादा 10 मामले थे।
2020<\/strong> : इस बार 4 मंत्रियों पर आपराधिक मामले हैं। इनमें से किसी भी मंत्री पर हत्या, हत्या की कोशिश, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर मामले नहीं हैं। इस बार भी सबसे ज्यादा 13 मामले मुख्यमंत्री केजरीवाल पर ही हैं।<\/p>\n<\/p>\n
2015<\/strong> : पिछली बार एक भी महिलाको मंत्री नहीं बनाया गया था।
2020<\/strong> : इस बार भी किसीमहिला विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया।<\/p>\n