भोपाल.<\/strong>आईफा अवॉर्ड के सिलसिले में सलमान खान भोपाल में थे और भास्कर के पाठकों के लिए उन्होंने अपने खास अंदाज में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बातचीत की।इसी के अंश…<\/p>\n<\/p>\n इंदौर और मध्यप्रदेश<\/strong><\/p>\n<\/p>\n कमलनाथ :<\/strong> इंदौर में और मुंबई में क्या फर्क है? कमलनाथ : <\/strong>मध्यप्रदेश के बारे में सबसे खास बात, जो आपको अच्छी लगती है? कमलनाथ :<\/strong> इंदौर में आपकी फेवरेट जगह? कमलनाथ : <\/strong>आपको कुछ याद है बचपन की…आपकी फेवरेट डिश क्या है? कमलनाथ :<\/strong> क्या मुंबई में दाल-बाटी खाते हैं ? कमलनाथ <\/strong>: इंदौर से जुड़ी कोई बात जो शेयर करना चाहेंगे? कमलनाथ :<\/strong> क्या आप कभी सपना देखते हैं कि इंदौर आकर बसें? फिल्म, दोस्ती और राजनीति<\/strong><\/p>\n सलमान : <\/strong>इंडस्ट्रीमें संजू, शाहरुख, आमिर, अक्की, मोनिश, साजिद मेरे दोस्त हैं। आपके साहेबजादे नकुल मेरे खास दोस्त हैं। आप भी मेरे दोस्त हैं। आपके दोस्त कौन हैं? सलमान: <\/strong>दोस्त न हो तो जीवन की यात्रा संभव ही नहीं.. क्या सोचते हैं आप? म्युजिक, एक्टिंग, लाइफ स्टाइल<\/strong><\/p>\n सलमान : <\/strong>व्यस्तताओं के बीच फिल्में तो देख नहीं पाते होंगे, क्या गाने सुनते हैं? सलमान :<\/strong> आप भी अच्छी एक्टिंग कर लेते हैं? सलमान : <\/strong>क्या नेक्स्ट लाइफ का कोई प्लान है?<\/p>\n कमलनाथ :<\/strong>नेक्स्ट लाइफ प्लान तो नहीं किया लेकिन दिल करता है कि जो आप कर रहे हैं वो करूं। इसका भी एक चस्का होता है। ये भी टेलैंट होता है। मुझे लगता है कि अगले जन्म में मुझमें एक्टिंग का टेलैंट होना चाहिए।<\/p>\n<\/p>\n सलमान :<\/strong> जब कोई बात आपके मन मुताबिक न हो तो आप निराश होते हैं? सलमान :<\/strong> राजनीतिज्ञ सफेद कपड़े क्यों पहनते हैं? सलमान : <\/strong>क्या यह सही बात है कि आपको ठंड नहीं लगती ? आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें <\/a> <\/p>\n
सलमान :<\/strong> फर्क पहले हुआ करता था, लेकिन अब नहीं है। रहन-सहन और बोलचाल में ज्यादा फर्क नहीं रहा। अब इंदौर, मुंबई के लेवल पर आ गया है। अब शहरों और गांव-कस्बों के लोग एक साथ ग्रो कर रहे हैं। बड़े शहरों के लोगों को पहले जो एडवांटेज था, वह नहीं रह गया है। अब छोटे शहर के लोगों को एडवांटेज हो गया है। वहां के युवा अनुभव लेकर बड़े शहर में आएंगे तो वह अलग ही होंगे।<\/p>\n
सलमान :<\/strong> मेरी पैदाइश मप्र की है। सिंधिया स्कूल में कुछ साल पढ़ा हूं। यहां की यादों से ही मेरी पर्सनालिटी बनी है। <\/p>\n
सलमान: <\/strong>इंदौर में दो जगह एक ओल्ड पलासिया और खंडवा रोड स्थित बरदरी, जहां कभी हमारा खेत था।<\/p>\n
सलमान :<\/strong> दाल-बाटी। जो खेतों में उगता था, वही चाची और बहनें पकाती थी, बहुत टेस्टी लगता था घर का खाना ।<\/p>\n
सलमान :<\/strong> हां, पनवेल में भी ऐसी जगह मिल गई है जो मुझे बचपन से जोड़े रखती है।<\/p>\n
सलमान :<\/strong> बहुत यादें हैं। बचपन में भाई बहनों के साथ हम यहां खेतों में खेले हैं। तैरना सीखा। बैलगाड़ी चलाना सीखी। जितनी भी सीख है वह यहीं से मिली हैं। लैंब्रेटा स्कूटर और ट्रैक्टर चलाना भी यहीं सीखा है।<\/p>\n
सलमान : <\/strong>देखिए इंदौर में फैमिली तो है ही। पैदाइश यहां हुई, पर परवरिश तो मुंबई में ही हुई है। वहां की भी कई सारी यादें हैं। इंदौर से एक खास लगाव है। यह मेरे लिए ट्रेनिंग ग्राउंड है।<\/p>\n
कमलनाथ : <\/strong>व्यक्तिगत जीवन की दोस्ती अलग होती है, राजनीतिक जीवन की अलग होती है। संबंध होते हैं। संबंध में कुछ अनेकता भी होती है। राजनीति में मैंने बड़े सारे दोस्त बनाए। व्यक्तिगत जीवन में भी मेरे दोस्त हैं। मेरे स्कूल के मित्र हैं। वो मेरा मजाक उड़ाते रहते हैं। कहते हैं कि कहां चक्कर में फंस गए।<\/p>\n
कमलनाथ :<\/strong> संजय गांधी के कारण मैं राजनीति से जुड़ा। मेरे साथ स्कूल में थे। मित्र थे। जब सिर्फ फिएट और एंबेसेडर होती थी, तब हम मारुति कार का प्राेजेक्ट लाए। संजय नहीं रहे। मेरा दिल फीका हो गया। जब इमरजेंसी लगी, ऐसी समस्याएं आईं, तब धीरे-धीरे राजनीति में आता गया। मैं पॉलिटिशियन बाय डिजाइन नहीं, बाय डिफॉल्ट हूं।<\/p>\n
कमलनाथ : <\/strong>कभी-कभी सुन लेता हूं.. एक पुराना गीत है-ये पब्लिक है ये सब जानती है। ये गाना मेरे कानों में हमेशा गूंजता रहता है।<\/p>\n<\/p>\n
कमलनाथ : <\/strong>यदि अच्छी एक्टिंग कर लेता तो भोपाल में नहीं, मुंबई में होता।<\/p>\n<\/p>\n
कमलनाथ:<\/strong> मैंने हमेशा तय किया है कि निराश नहीं होना है। हर चुनौती के बाद कुछ और भी आता है। कुछ भी परमानेंट नहीं होता। तय कर लेता हूं कि और मजबूती के साथ मुकाबला करना है।
सलमान:<\/strong> हां, कई बार हमारी फिल्में भी पिटती हैं, लेकिन हम निराश नहीं होते। दोगुने जोश से काम में जुट जाते हैं..और फिर फिल्म हिट भी होती हैं।<\/p>\n<\/p>\n
कमलनाथ : <\/strong>सफेद सद्भावना का रंग है। कुर्ता-पायजामा बहुत कंफर्टेबल है। हमें काफी चलना-फिरना पड़ता है। इससे कंफर्टेबल ड्रेस हो नहीं सकती। वैसे आप जानते ही हैं कि मैं जींस-टी शर्ट भी पहनता हूं।<\/p>\n<\/p>\n
कमलनाथ : <\/strong>मैं जब ठंड के बारे में सोचता हूं तभी मुझे ठंड लगती है। आप कहेंगे कि एक ऐसा मुख्यमंत्री जिसे सही तरीके से ड्रेसअप होना भी नहीं आता इसलिए मैंने आज जैकेट पहन लिया।<\/p>\n