सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच रफ्तार पकड़ चुकी है। पर, सोशल मीडिया पर सुशांत के फैंस इस बात को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं कि एक्टर ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि उनका मर्डर हुआ है। अपनी इस धारणा को लेकर उनका गुस्सा भी बढ़ता ही जा रहा है, जो अक्सर सोशल मीडिया पर नजर आ जाता है। बॉलीवुड में नेपोटिज्म के आरोपों में घिरे डायरेक्टर-प्रोड्यूसर करन जौहर लंबे अरसे बाद ट्विटर पर लौटे। लेकिन, वापसी के साथ ही उन्हें फैंस के गुस्से का सामना करना पड़ा। करन ने प्यार और सकारात्मकता की बात की तो यूजर्स ने उन्हें दो मुंह वाला राक्षस कह दिया।
करन ने 14 जून के बाद पहला ट्वीट किया था
करन ने गणेश चतुर्थी के मौके पर ट्वीट किया- “भगवान गणेश की शक्ति आपको और आपके चाहने वालों को दानवों से बचाए। ये शक्ति सकारात्मकता को बढ़ाए और केवल प्यार फैलाए। कृपया सुरक्षित रहिए।’ सुशांत की मौत के बाद से सोशल मीडिया से दूर हुए करन ने 14 जून के बाद यह पहला ट्वीट किया था।
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यूजर्स बोले- देखो! कौन प्यार फैलाने की बात कर रहा है
इस ट्वीट के बाद करण ट्रोल होने लगे। एक यूजर ने लिखा- देखो, प्यार और सकारात्मकता फैलाने के बारे में कौन बोल रहा है। कॉफी विद करण शो का मकसद ही नकारात्मकता, नफरत और दादागिरी को फैलाना है। दो चेहरों वाले राक्षस। तुम्हें तुम्हारे कर्मों की कीमत चुकानी होगी।
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8 दिन पहले इंस्टाग्राम पर हुए हैं एक्टिव
इसके पहले करन ने इंस्टाग्राम पर भी वापसी की है। जिसमें 15 अगस्त के दिन तिरंगा पोस्ट करते हुए स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी थी। इसके बाद उन्हें इंस्टाग्राम यूजर्स ने भी बुरी तरह ट्रोल किया था। करन ने कैप्शन में लिखा था- “हमारे महान देश के लिए, जो संस्कृति, विरासत और इतिहास का खजाना है। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। जय हिंद।” करन की पोस्ट को दो घंटे के अंदर 61 हजार से ज्यादा व्यू मिले। हालांकि, कमेंट चुनिंदा लोगों के ही आए थे। क्योंकि उन्होंने अपने कमेंट सेक्शन को लिमिटेड कर रखा है।
करन समेत 8 पर दर्ज है केस, फिर से होगी सुनवाई
सुशांत की मौत के मामले में सलमान खान, आदित्य चोपड़ा, करण जौहर, एकता कपूर समेत आठ सिने स्टार के विरुद्ध खारिज परिवाद पर फिर से सुनवाई होगी। अधिवक्ता सुधीर ओझा की रिवीजन पिटीशन को मुजफ्फरपुर जिला जज अनिल कुमार सिन्हा ने मंगलवार काे मंजूर कर लिया। कोर्ट ने रिवीजन पिटिशन पर सुनवाई की तारीख 17 सितंबर तय की है। दरअसल सुधीर ओझा ने सुशांत सिंह सुसाइड मामले में सीजेएम काेर्ट में अपील की थी। इसे सीजेएम ने अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के आधार पर खारिज कर दिया था।
इसी आदेश को चुनौती देते हुए सुधीर ने जिला जज के काेर्ट में रिवीजन दायर किया था। उन्होंने 4 अलग-अलग तथ्य पेश किए।
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