कोरोनावायरस के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के कप्तान विराट कोहली ने वॉर्निंग दी है। यूएई में पहली वर्चुअल मीटिंग में कोहली ने खिलाड़ियों और स्टाफ से कहा कि सभी के लिए बायो-सिक्योर माहौल बेहद जरूरी है। इस दौरान किसी एक की गलती पूरे टूर्नामेंट को खराब कर देगी।
इस बार आईपीएल कोरोना के कारण यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होना है। इसको लेकर सभी 8 टीमें यूएई पहुंच चुकी हैं। यहां 7 दिन क्वारैंटाइन रहने और 3 कोरोना टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट के बाद बायो-सिक्योर माहौल में एंट्री मिलेगी।
गाइडलाइंस से कोई समझौता नहीं करना है
कोहली ने कहा, ‘‘हम सभी ने उन सभी नियमों का पालन किया है, जो अब तक हमें बताए गए हैं। मैं सभी से उम्मीद करता हूं कि वे हर समय बायो-सिक्योर माहौल में बने रहेंगे। इससे हमें किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना है।’’
बायो-सिक्योर माहौल बेहद जरूरी
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हम में से किसी एक की भी गलती पूरे टूर्नामेंट को खराब कर देगी। मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा चाहता होगा। हम सभी यह जानते हैं कि बायो-सिक्योर माहौल सभी के लिए बेहद जरूरी है।’’
प्रैक्टिस सेशन के लिए इंतजार नहीं कर सकता
कोहली ने कहा, ‘‘मैं अपने पहले प्रैक्टिस सेशन के लिए इंतजार नहीं कर सकता, क्योंकि उससे हमें अपनी लय पाने में काफी मदद मिलेगी। हमें पहले दिन से ही टीम में अच्छा माहौल बनाकर रखना होगा। ताकि सभी को यह महसूस हो सके कि वे टीम में बराबर हैं और सभी को अपनी जिम्मेदारी का अहसास हो सके। इसमें हम सभी को बराबरी से योगदान देना होगा।’’
नियम तोड़ने पर 7 दिन आइसोलेशन में रखा जाएगा
टीम के डायरेक्टर माइक हेसन और चीफ कोच साइमन कैटिच भी मीटिंग में शामिल रहे थे। हेसन ने कहा, ‘‘यह (नियमों का उल्लंघन) बहुत खतरनाक हो सकता है। यदि गलती से भी यह होता है, तो खिलाड़ियों को निकालकर (बायो-सिक्योर माहौल से) 7 दिन के लिए आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा। इसके बाद 3 कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव के बाद ही वापस लिया जाएगा।’’