खेल डेस्क. न्यूजीलैंड दौरे पर बल्ले से नाकाम रहे विराट कोहली का पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और चीफ सिलेक्टर इंजमाम उल हक ने खुलकर बचाव किया है। इंजमाम के मुताबिक, कोहली की तकनीक पर सवाल उठाने वालों को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। हक ने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान की बैटिंग तकनीक में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोहली की टेक्नीक खराब होती तो वो 70 शतक नहीं बना पाता।
बता दें कि न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट की चार पारियों में विराट सिर्फ 38 रन बना पाए। उनसे ज्यादा रन (44) तो तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बनाए।
ये सिर्फ बुरा दौर या बैड पैच
इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट एक वीडियो में कोहली का बचाव किया। कहा, “मैं हैरान हूं कि लोग विराट की तकनीक पर सवाल उठा रहे हैं। क्या आप भूल गए कि उसने इसी तकनीक से 70 शतक लगाए हैं। कोई कहता है कि उसका बल्ला गली की तरफ से आता है। कोई कहता है बैकलिफ्ट ज्यादा है। ऐसा कुछ नहीं है। हर खिलाड़ी के कॅरियर में ये दौर आता है। जब वो खुद से लड़ रहा होता है। मैं एक बात की गारंटी दे सकता हूं कि विराट अब पहले से ज्यादा रन बनाएगा। मोहम्मद यूसुफ के साथ भी यही हुआ था। वो मेरे पास आया तो मैंने उससे सिर्फ इतना कहा कि कुछ बदलने की जरूरत नहीं है। तुमने इसी टेक्नीक से हजारों रन बनाए हैं।”
बाकी बल्लेबाज क्या कर रहे थे
इंजी के नाम से मशहूर इस पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाजन ने आगे कहा, “मैं मान लेता हूं कि विराट न्यूजीलैंड में फ्लॉप रहे। लेकिन, टीम के बाकी बैट्समैन क्या कर रहे थे? सच्चाई ये है कि ये सब खेल का हिस्सा है। मेरी विराट को सिर्फ एक सलाह है- चिंता मत करो। यह दौर बहुत जल्द गुजर जाएगा। तकनीक में बदलाव की जरूरत नहीं है। आप सिर्फ देखते जाइए वो पहले से भी खतरनाक बल्लेबाज बनकर सामने आने वाला है। वो दिमागी तौर पर बहुत मजबूत है। सईद अनवर और सौरव गांगुली ऑफ साइड में गजब का खेलते थे। लेकिन, कई बार आपका मजबूत पक्ष ही आपकी कमजोरी बन जाता है। इसलिए, विराट चिंता मत करो। बहुत जल्द सब ठीक हो जाएगा।”
लक्ष्मण ने कहा था- बल्ला सीधा नहीं आता
न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च टेस्ट की दूसरी पारी में कोहली के एलबीडब्लू आउट होनेे के बाद पूर्व बल्लेबाज वीवीएस.लक्ष्मण ने एक टीवी प्रोग्राम में कोहली की बल्लेबाजी का तकनीकि विश्लेषण किया। उन्होंने कहा, “विराट की परेशानी की सबसे बड़ी वजह स्विंग गेंदबाजी के खिलाफ उनके बल्ले का एंगल है। बाकी कहीं दिक्कत नहीं है। एलबीडब्लू या दूसरी बातों को ध्यान रखने की जरूरत नहीं है। इंग्लैंड में भी हमने देखा कि वो किस तरह आउट हुए। खासकर जेम्स एंडरसन के खिलाफ। इस सीरीज में भी उनके आउट होने के तरीके को देखिए। दरअसल, गेंद पर उनका बैट एक खास एंगल से आता है। इसकी वजह से बैट और पैड्स के बीच गैप रह जाता है। इस स्थिति में उनके पास एडजस्टमेंट का वक्त नहीं होता। इस सीरीज, और खासकर दूसरे टेस्ट की दोनों इनिंग्स में यही समस्या दिखी।”